पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में छिटपुट हिंसा की खबरों के बीच 56 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान खत्म हो गया। आज के चरण के जिलों में कुल 79.70 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान के दौरान दिन भर राज्य के विभिन्न जिलों से सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा की लगातार खबरें आती रहीं।
आरक्षण और जेल में बंद समुदाय के नेताओं की तत्काल रिहाई की मांग को लेकर पटेल समुदाय की विशाल रैली ने आज हिंसक रूप ले लिया। प्रदर्शनकारियों ने दो भवनों में आग लगा दी और कुछ पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त किया। इसके बाद महेसाणा शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया और इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
केंद्रीय चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के एक मामले में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। नोटिस जारी करने पर भड़कीं ममता ने चुनाव आयोग को ललकारते हुए कहा कि नोटिस का जवाब मैं नहीं बल्कि 19 मई को राज्य की जनता देगी।
कांग्रेस ने पंजाब की पार्टी इकाई के प्रमुख अमरिन्दर सिंह के धुर विरोधी माने जाने वाले और वरिष्ठ नेता जगमीत सिंह बरार को पार्टी से निकाल दिया। पार्टी ने यह कदम बरार द्वारा संगठन के हितों के खिलाफ उनकी सतत टिप्पणियों के मद्देनजर उठाया।
पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर जिले के दुबराजपुर क्षेत्र में कथित तौर पर कांग्रेस और माकपा के समर्थकों ने तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की कथित तौर पर पीट पीट कर हत्या कर दी। यहां सोमवार को मतदान होना है।
नारद स्टिंग ऑपरेशन वीडियो में अपने कुछ नेताओं के कथित रूप से रिश्वत लेते हुए दिखने के करीब एक महीने बाद तृणमूल कांग्रेस ने कांग्रेस, माकपा और भाजपा पर पार्टी को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को मामले की आतंरिक जांच कराने की घोषणा की। पार्टी ने दावा किया कि अगर पार्टी का कोई सदस्य दोषी पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को पद की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही उन्होने भारतीय जनता पार्टी को भयानक जली पार्टी कहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल में कांग्रेस-वाममोर्चा गठबंधन पर करारा प्रहार किया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि उनकी इन दोनों दलों से सांठगांठ है और यह राज्य के गौरव को खत्म कर रही है।
भारत कुछ समय से विश्व के नेताओं को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट करने की कोशिश कर रहा है और काफी हद तक वह इसमें सफल भी रहा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ मीटिंग के दौरान जिस तरह से आतंकवाद के मुद्दे पर विश्व के नेताओं को एकजुट करके उनसे एक साथ मिलकर आतंकवाद का मुकाबला करने का आश्वासन मिला वह काबिले तारीफ है।