अड्डे पर साझा उदासी अड्डे पर लोग सात बजे शाम से जुटने लगते हैं। साढ़े सात तक प्राय: सभी पहुंच जाते हैं। जो नहीं पहुंच पाता उसकी तलाश शुरू हो जाती है। JAN 21 , 2015
मुख्यमंत्री नाराज थे डी. डी. मित्तल उर्फ द्वारकादास मित्तल का चेहरा गम में डूबा हुआ था। JAN 21 , 2015
थाली हुई दादी-नानी की कहानी बाजार अब रेडी-टू-ईट यानि फटाफट खाद्य पदार्थों से भरा पड़ा है। मुंबई का बड़ा-पाव से लेकर कुछ भी घर लाओ, गरम करो और खाओ। फ्रोजन मार्केट यानि बर्फ में जमाई खाद्य सामग्री का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। JAN 08 , 2015