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Search Result : "दलित हत्याकांड"

गहरे संकट से भिड़ना होगा वाम को

गहरे संकट से भिड़ना होगा वाम को

सीताराम येचुरी भारतीय वामपंथी आंदोलन के एक जाने-माने चेहरा हैं। हिंदी, अंग्रेजी, तेलुगु, बांग्ला भाषा में मजबूत पकड़ रखने के साथ एक-दो और भाषाओं के ज्ञाता है 62 वर्षीय येचुरी। मिलनसार स्वभाव वाले इस मृदुभाषी वाम नेता के कंधों पर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की गहरे संकट में फंसी नाव को निकालने की जिम्मेदारी है।
पिछड़े वर्ग के कई नेता आरक्षण के समर्थक नही

पिछड़े वर्ग के कई नेता आरक्षण के समर्थक नही

उतर प्रदेश की भाजपा सरकार में मंत्री रह चुके अशोक यादव पिछड़े वर्ग को मिलने वाले आरक्षण के प्रबल समर्थक हैं। उत्तर प्रदेश में जब राजनाथ सिंह मुख्य‍मंत्री थे तब पिछड़े वर्ग को मिलने वाले आरक्षण में छेड़छाड़ का प्रयास किया था। यादव ने इसके विरोध में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। तबसे आज तक यादव पिछड़े वर्ग के हित की लड़ाई लड़ रहे हैं। यादव कहते हैं कि अगर पिछड़ों को मिलने वाले आरक्षण में फिर छेड़छाड़ हुई तो पूरे देश में आंदोलन होगा। पेश हैं प्रमुख अंश-
बिहार में दलित वोटरों को लुभाने की होड़

बिहार में दलित वोटरों को लुभाने की होड़

बिहार में विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार होने लगी है। सभी सियासी दलों का जोर दलित वोट को अपने पाले में करने पर है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भारतीय जनता पार्टी को खासतौर पर निर्देश दिया है कि अगर दलित वोट उसके पाले में आ जाए तो प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता।
दलित अधिकारों पर अमेरिका में वैश्विक सम्मेलन

दलित अधिकारों पर अमेरिका में वैश्विक सम्मेलन

ट्रिनिटी वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में शुरू हो रहे तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन अंतरराष्ट्रीय दलित अधिकार आयोग (आईसीडीआर) और वैश्विक सम्मेलन आयोजन समिति (जीसीओसी) द्वारा किया जा रहा है।
आरुषि हत्याकांड पर फिल्म न्योडा

आरुषि हत्याकांड पर फिल्म न्योडा

सनसनीखेज और चर्चित आरूषि तलवार हत्या मामले पर आधारित फिल्म न्योडा में एक से एक कलाकारों ने काम किया है। फिल्म में कोंकणा और सोहम शाह आरूषि के अभिभावकों की भूमिका अदा करेंगे वहीं तब्बू आरूषि की चाची की भूमिका में होगी। इरफान खान मामले के जांच अधिकारी के किरदार में दिखेंगे।
दलितों पर बढ़ता अत्याचार

दलितों पर बढ़ता अत्याचार

बिहार में दलितों पर अत्याचार की आग से भोजपुर समेत राज्य के कई हिस्से सालों तक धधकते रहे हैं। आज फिर दलितों पर हमले बढ़ गए हैं।
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