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Search Result : "दादरी हत्याकांड"

इन छह चीजों ने तय की बिहार चुनाव की तस्‍वीर

इन छह चीजों ने तय की बिहार चुनाव की तस्‍वीर

चुनाव अपने यहां सचमुच उत्सव हैं। चुनाव लड़ने-लड़ाने वालों को छोड़कर सभी इसको इंज्वॉय करते हैं। और बिहार चुनाव तो उत्सवों के समय ही होते रहे हैं। बिहार का आदमी थोड़ा हटकर होता है। उसे अमेरिकी चुनाव की भी अंदरुनी जानकारी होती है तो यह कैसे कह सकते हैं कि बिहार में हो रहे चुनाव के अंदर की खबरें उसके पास नहीं होंगी।
मिर्चपुर-भगाणा कांड की ही कड़ी है सोनपेड़ा दलित हत्याकांड

मिर्चपुर-भगाणा कांड की ही कड़ी है सोनपेड़ा दलित हत्याकांड

हरियाणा में भगाणा और मिर्चपुर कांड अभी सुर्खियों से गायब भी नहीं हुए थे कि फरीदाबाद के गांव सोनपेड़ा में आज तड़के चार बजे सवर्ण समुदाय के लोगों ने गांव के दलित समुदाय के एक परिवार को जिंदा जला दिया। चार लोगों के परिवार में ढाई साल और दस महीने के बच्चे की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई जबकि बच्चों की मां की हालत गंभीर बनी हुई है।
दादरी घटना के लिए सपा सरकार जवाबदेह: अमित शाह

दादरी घटना के लिए सपा सरकार जवाबदेह: अमित शाह

गोमांस विवाद पर भाजपा के बचाव की मुद्रा में आने और बढ़ती असहिष्णुता के खिलाफ लेखकों के विरोध के बीच पार्टी प्रमुख अमित शाह ने आज पटना में कहा कि उन राज्यों में हुई घटनाओं के लिए भाजपा को दोषी नहीं ठहराया जा सकता जहां अन्य पार्टियां सत्ता में हैं।
दादरी, गुलाम अली की घटना दुखद, मगर केंद्र की क्‍या भूमिका: मोदी

दादरी, गुलाम अली की घटना दुखद, मगर केंद्र की क्‍या भूमिका: मोदी

दादरी हत्‍याकांड पर अपनी चुप्‍पी तोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना को दुखद बताया है। लेकिन साथ ही सवाल उठाया कि इसमें केंद्र की क्‍या भूमिका है? उन्‍होंने विपक्ष पर धुव्रीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
‘रोटी कमाने वाले कायम रहें’

‘रोटी कमाने वाले कायम रहें’

जिसे जिसका मांस खाना हो खाए, कोई गाय को माता माने या न माने, कोई बार-बार विदेश जाकर भारत की जैसी मर्जी महिमा मंडन करे, कोई किसी को मुल्ला कहे या पाकिस्तानी। मुसलमानों के एक बहुत बड़े वर्ग को इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता। ये मध्य और निम्न मध्य वर्ग के वे मुसलमान हैं जो दंगों की लपटों में झुलस जाते हैं। इस वर्ग को मतलब है तो सिर्फ इस बात से कि इन्हें दो जून की रोटी मिलती रहे और रोटी कमाने वाले कायम रहें। ये अपने गांव में रहते रहें क्योंकि दूसरी किसी जगह पर ठिकाना नहीं है। इन्हें रहने के लिए गांव छोडक़र कैंपों में न जाना पड़े। यही इनकी सबसे बड़ी फिक्र है।
दलीप कौर तिवाणा ने लौटाया पद्मश्री, सिलसिला तेज

दलीप कौर तिवाणा ने लौटाया पद्मश्री, सिलसिला तेज

बढ़ती सांप्रदायिकता और अभिव्‍यक्ति की आजादी पर बढ़ते हमलों के खिलाफ साहित्यकारों के सम्मान लौटाने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को पंजाबी लेखिका दलीप कौर तिवाणा ने पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का एेलान किया।
चुनावी फायदे के लिए दादरी कांड का इस्‍तेमाल: शिवसेना

चुनावी फायदे के लिए दादरी कांड का इस्‍तेमाल: शिवसेना

गोमांस खाने की अफवाह पर दादरी में एक व्यक्ति की हत्या की घटना पर मचे घमासान के बीच शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने आज कहा कि घटना का इस्तेमाल बिहार चुनाव के लिए राजनीतिक औजार के रूप में किया जा रहा है। इसने आरोप लगाया कि राजनीति के लिए धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है।
फिलहाल  बिसाहड़ा में अखलाक का परिवार

फिलहाल बिसाहड़ा में अखलाक का परिवार

मोहम्मद अखलाक का परिवार फिलहाल गांव में ही रहेगा। वह कहीं नहीं जाएगा। बीते दिनों गांव बिसाहड़ा में गोमांस की अफवाह के चलते हिंदू चरमपंथियों ने अखलाक को पीट-पीट कर कत्ल कर दिया था।
मीट कंपनी अल-दुआ में 2008 तक निदेशक थे संगीत सोम

मीट कंपनी अल-दुआ में 2008 तक निदेशक थे संगीत सोम

दादरी हत्या मामले की पृष्ठभूमि में गोमांस सेवन के खिलाफ एक कठोर अभियान चलाने वाले तेजतर्रार भाजपा नेता संगीत सोम के बारे में यह बात सामने आई है कि वह खुद हलाल मांस के कारोबार से जुड़ी एक प्रमुख कंपनी के बोर्ड में निदेशक के तौर पर मांस व्यापार से जुड़े हुए थे।
कमजोरी से बेहोश हुई थी इंद्राणीः जेल आईजी

कमजोरी से बेहोश हुई थी इंद्राणीः जेल आईजी

अपनी ही बेटी शीना वोरा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार इंद्राणी मुखर्जी की बीमारी के बारे में जेल प्रशासन ने नया दावा किया है। मुंबई के जेल आईजी ने दावा किया है कि इंद्राणी मुखर्जी दवा की अधिक मात्रा या किसी जहर के कारण बेहोश नहीं हुई थी बल्कि वह अत्यधिक कमजोरी के कारण गिर गई थीं। उन्होंने कहा कि इंद्राणी ने पिछले कुछ समय से दवा लेना बंद कर दिया था और इस तरह से बेहोश होने का उनका पुराना इतिहास रहा है।
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