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Search Result : "धंधा जोरों पर"

प्रेसीडेंटशिप से पहले ट्रंप की कंपनी का धंधा चालू, मुंबई में 10 करोड़ का 1 फ्लैट

प्रेसीडेंटशिप से पहले ट्रंप की कंपनी का धंधा चालू, मुंबई में 10 करोड़ का 1 फ्लैट

नोटबंदी की मार के बीच देश में रियल स्टेट की हालत पतली है लेकिन मुंबई में आलीशान ट्रंप टावर का निर्माण किया जा रहा है। टावर को लोढ़ा गुप बना रहा है जिसमें अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप की कंपनी की भागीदारी है। दक्षिण मुंबई में वर्ली के पास पार्क एरिया के कांसेप्‍ट पर 7 एकड़ में तैयार हो रहे इस टावर की ऊंचाई 268 मीटर होगी। जो मुंबई के इमारतों में अपनी अलग तरह की पहचान बनाएगा। डोनाल्‍ड ट्रंप का नाम जुड़ने की वजह से यह देशभर में एक जाना माना टावर होगा।
नोट की छपाई का तिलस्मी धंधा

नोट की छपाई का तिलस्मी धंधा

बहुत कम लोग जानते हैं कि नब्बे‍ के दशक में कांग्रेसी प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिंह राव के कार्यकाल में दुनिया की करंसी नोट छापने की मशीन बनाने वाली स्विटजरलैंड की एकाधिकार प्राप्त कंपनी डी लारू जियोरी ने चेतावनी दी कि भारत अपनी सिक्यू‍रिटी प्रिंटिंग प्रेसों के आधुनिकीकरण को दो हिस्सों में बांटकर जापान को न दें क्यों‍कि इससे इंडियन करंसी के जाली बनने की संभावना बढ़ जाएगी। जियोरी ने चेताया कि अमेरिकन डॉलर्स सबसे ज्यादा जाली बनते हैं। दूसरे विश्व युद्ध में जापान ने सबसे ज्यादा डॉलर जाली छापे थे।
कालेधन के खिलाफ जंग, नोट कमीशन में बदलने का धंधा खूब फल फूल रहा

कालेधन के खिलाफ जंग, नोट कमीशन में बदलने का धंधा खूब फल फूल रहा

नोटबंदी के कारण राजधानी के मुख्य बाजारों का कारोबार भले ही बुरी तरह प्रभावित हुआ हो, लेकिन यहां चलन से बाहर हुये हजार और पांच सौ रुपये के नोट कमीशन में बदलने का धंधा खूब फल फूल रहा है। राजधानी के थोक बाजार चांदनी चौक, फतेहपुरी और सदर बाजार में पुराने और कटे-फटे नोट बदलने वाले दुकानदार 40 से 50 प्रतिशत के कमीशन पर नोट बदलने का काम कर रहे हैं।
सेरोगेसीः दो अरब डालर का अवैध धंधा

सेरोगेसीः दो अरब डालर का अवैध धंधा

सरकार ने आज कहा कि किराए की कोख (सरोगेसी) का वाणिज्यिक स्वरूप दो अरब डालर का अवैध धंधा और कमजोर महिलाओं के शोषण का साधन बन गया है जिसपर रोक लगाते हुए उसने (सरकार ने) भारत में महिलाओं को बच्चे पैदा करने वाली फैक्ट्री नहीं बनने देने की ठान ली है।
पद्मावती की तैयारियां जोरों पर, सितंबर में शुरू होगी शूटिंग

पद्मावती की तैयारियां जोरों पर, सितंबर में शुरू होगी शूटिंग

निर्देशक संजय लीला भंसाली ने अपनी आने वाली भव्य फिल्म पद्मावती के सेट निर्माण का काम महबूब स्टूडियो में शुरू कर दिया है। फिल्म के मुख्य कलाकारों की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की गई है।
मंदी बेअसर, पतंजलि का धंधा होगा 10 हजार करोड़ के पार

मंदी बेअसर, पतंजलि का धंधा होगा 10 हजार करोड़ के पार

ऐसे समय जब पूरी दुनिया आर्थिक सुस्ती के दौर से गुजर रही है पतंजलि आयुर्वेद ने चालू वित्त वर्ष के दौरान अपना कारोबार दोगुने से भी अधिक बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपये के पार पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने वर्ष के दौरान छह प्रसंस्करण इकाइयों पर 1,150 करोड़ रुपये निवेश की भी योजना बनाई है।
चर्चाः घर में काला धंधा, परदेस में तलाश | आलोक मेहता

चर्चाः घर में काला धंधा, परदेस में तलाश | आलोक मेहता

विदेशों में पहुंचा अरबों का काला धन वापस लाने के वायदे के साथ आई सरकार विदेशों में जाल बिछाने की बातें महीनों से कर रही है। लेकिन ललित मोदी, विजय माल्या, सुब्रत राय ही नहीं पचीसों लोगों ने बैंकों, सेबी, आयकर, कस्टम्स को चूना लगाकर अरबों रुपया अंदर बाहर किया है।
आवरण कथाः कोचिंग का धंधा, कितना स्याह, कितना सफेद

आवरण कथाः कोचिंग का धंधा, कितना स्याह, कितना सफेद

कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और कटक से अटक तक कोचिंग का धंधा औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ पांव पसार चुका है और इस सच से कोई इनकार नहीं कर सकता। बिहार के मूल निवासी पीयूष कुमार गुजरात के अहमदाबाद में बैंक अधिकारी हैं। परिवार में पत्नी के अलावा सिर्फ एक बेटा है जो दसवीं की परीक्षा पास कर चुका है। मगर बेटा और पत्नी उनके साथ नहीं रहते। दोनों राजस्थान के कोटा में हैं जहां बेटा आईआईटी की प्रवेश परीक्षा पास करने के लिए एक नामी कोचिंग सेंटर में तैयारी कर रहा है। एक और उदाहरण देखें:ओडिशा से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुकी श्वेता कुमारी इंजीनियरिंग क्षेत्र में मंदी के कारण बैंक की नौकरी की तैयारी कर रही हैं। सिलीगुड़ी के अपने घर में रहकर उसने परीक्षा दी मगर लिखित परीक्षा की बाधा पार नहीं हो पाई। उसने दिल्ली का रुख किया और यहां एक कोचिंग से बैंकिंग की तैयारी के बाद पहली बार में ही रिजर्व बैंक और बैंक पीओ की लिखित परीक्षा पास कर ली। ये दो उदाहरण देश में कोचिंग के पूर्ण विकसित हो चुके धंधे की कहानी बयां करते हैं। जरा 15 साल पहले का जमाना याद करें जब कोचिंग का मतलब आपके घर में ही आस-पड़ोस के किसी बेरोजगार युवक द्वारा आपके बच्चों को पढ़ाई में थोड़ी-बहुत मदद कर देना होता था। अब अगर बच्चे को डॉक्टर, इंजीनियर, मैनेजर, प्रशासनिक अधिकारी या किसी सरकारी दफ्तर में क्लर्क ही बनना हो तो औपचारिक शिक्षा की डिग्री के साथ-साथ किसी कोचिंग संस्था का मार्गदर्शन होना अनिवार्य है अन्यथा गला काट प्रतिस्पर्धा के इस दौर में उसका पिछड़ना तय है। सीधे शद्ब्रदों में कहें तो कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और कटक से अटक तक कोचिंग का धंधा औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ पांव पसार चुका है और इस सच से कोई इनकार नहीं कर सकता। साल 2013 में हुए एक आकलन के मुताबिक भारत में कोचिंग इंडस्ट्री लगभग 23.7 अरब डॉलर (160.16 अरब रुपये) की थी, जिसके साल 2015 में 40 अरब डॉलर (270 अरब रुपये) के होने की भविष्यवाणी की गई थी और अगले पांच वर्षों में यह 500 अरब रुपये तक पहुंच सकती है।
चिकित्सा का पवित्र पेशा और डर का धंधा

चिकित्सा का पवित्र पेशा और डर का धंधा

मरीजों को डराकर कमाई करने का धंधा चिकित्सा क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है। मरीज की स्थिति को गंभीरतम दिखाने के लिए कई बार फर्जी तरीकों का सहारा भी लिया जाता है। कॉरपोरेट अस्पतालों में लागू प्रदर्शन आधारित भुगतान की व्यवस्‍था से स्थिति बदतर हो रही है।
कुल्लू दशहरा को लेकर तैयारियां जोरों पर

कुल्लू दशहरा को लेकर तैयारियां जोरों पर

हिमाचल प्रदेश में कु्ल्लू के विश्व प्रसिद्ध दशहरे के आयोजन के लिए जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा है। इस दफा महोत्सव में लाए जाने वाले देवी-देवताओं के लिए विशेष स्थान का प्रबंध किया जा रहा है। गौरतलब है कि हिमाचल में प्रत्येक गांव के स्थानीय देवी-देवता होते हैं जिनकी जबरदस्त मान्यता होती है। दशहरे के दिन सभी देवी-देवता पालकी में सम्मानजनक तरीके से दशहरा स्थल पर लाए जाते हैं। इस दफा देवी-देवताओं के आसीन होने के लिए वर्षों पुराने कंक्रीट के प्लेटफॉर्म हटा कर लकड़ी के नए प्लेटफॉर्म बनाए जा रहे हैं।
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