वैज्ञानिकों ने एक नई खोज में पाया कि कैसे शनि ग्रह के पर्यावरण से पानी के आयन निकल जाते हैं। उन्होंने एक ऐसे बिंदु का पता लगाया है जहां से यह आयन ग्रह के वातावरण से गायब हो जाते हैं।
नासा ने पहली बार 16 लाख किलोमीटर की दूरी से सूर्य के प्रकाश से सराबोर पृथ्वी की पहली अनूठी तस्वीर को कैद किया है। इसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति ने ट्वीट करके पृथ्वी को बचाने की जरूरत पर बल दिया।
नासा का अंतरिक्ष यान मैसेंजर बुध ग्रह की सतह पर क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसके कारण इसके ऐतिहासिक 11 वर्षीय अभियान का अंत हो गया। इस अभियान ने ग्रह के बारे में महत्वपूर्ण आंकड़े और इसकी हजारों तस्वीरें उपलब्ध करवाई थीं।
भू-वैज्ञानिकों का मानना है कि जिन आंतरिक प्रक्रियाओं से पृथ्वी का निर्माण हुआ है, वहीं भूकंप का कारण हैं। भूकंप सदियों से आ रहे हैं और आगे भी आते रहेंगे। इसकी भविष्यवाणी संभव नहीं है। हमें भूकंप के साथ जीना सीखना होगा।
नासा के क्यूरोसिटी रोवर से मिले नए आंकड़ों के अनुसार मंगल की सतह के पास जल द्रवित अवस्था में मौजूद हो सकता है। इससे लाल ग्रह पर जीवन की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
एक अमेरिकी कंपनी ऐसा युगांतरकारी इंजन बना रही है जिससे मानव केवल 39 दिनों में मंगल पर पहुंच सकता है। नासा ने इसके लिए कंपनी को एक करोड़ डॉलर का अनुदान दिया है।
नासा के क्युरियोसिटी रोवर ने मंगल ग्रह के एक हिस्से में खनिज पदार्थों की पतली-पतली नालियों का पता लगाया है जिनसे उस क्षेत्र में द्रव के प्रवाह के संकेत मिलते हैं। क्युरियोसिटी को ये खनिज शिराएं पांच किलोमीटर ऊंचे पर्वत माउंट शार्प की ढलान पर गार्डन सिटी नाम के एक स्थल पर मिलीं।