Advertisement

Search Result : "नासा"

सुशांत सिंह राजपूत के बाद अब आर माधवन भी लेंगे नासा में ट्रेनिंग

सुशांत सिंह राजपूत के बाद अब आर माधवन भी लेंगे नासा में ट्रेनिंग

अपनी अपकमिंग फिल्म ‘चंदा मामा दूर के’ लिए जी-जान से मेहनत करने वाले अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत नासा से भी ट्रेनिंग ले चुके हैं। सुशांत के बाद अब अभिनेता आर माधवन भी नासा की ओर बढ़ने वाले हैं।
ओबामा के जाली दस्तखत से लेकर नासा में साइंटिस्ट बनने तक, इन ''होनहारों'' के झूठ

ओबामा के जाली दस्तखत से लेकर नासा में साइंटिस्ट बनने तक, इन ''होनहारों'' के झूठ

चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल से 12वीं के छात्र हर्षित शर्मा को गूगल में नौकरी मिलने का झूठा दावा पहला नहीं है। पहले भी ऐसे मामले आ चुके हैं और इससे भारत की विश्वसनीयता को वैश्विक स्तर पर झटका लगता है।
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने गुरु पूर्णिमा पर  जारी की चांद की तस्वीर

अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने गुरु पूर्णिमा पर जारी की चांद की तस्वीर

अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने गुरु पूर्णिमा को खास बना दिया है। नासा के अधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक पोस्ट किया गया है जिसमें गुरु पूर्णिमा के कई और नाम बताए गए हैं।
चांद पर बनाना चाहते हैं मकान, तो ब्लू ओरिजिन पहुंचाएगा आपका सामान

चांद पर बनाना चाहते हैं मकान, तो ब्लू ओरिजिन पहुंचाएगा आपका सामान

अगर आज महाकवि सूरदास होते तो शायद ‘मैया मैं तो चंद्र खिलौना लैहौं’ की जगह यह लिखते, मैया मैं तो चांद पे घर बनवैहौं। यह कहने की वजह यह है कि अभी ज्यादा ‌दिन बीता है, स्पेस एक्स नाम की एक प्राइवेट स्पेस एजेंसी ने बताया था कि उसने दो लोगों को पर्यटक के तौर पर चांद की धरा की सैर कराने की योजना बनाई है। इस बीच कल दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी ने उससे आगे की रोमांचक खबर सुना दी।
अब सूर्य के वातावरण की जांच करेगा नासा

अब सूर्य के वातावरण की जांच करेगा नासा

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अब आगामी वर्ष 2018 में सूर्य पर अपना पहला रोबोटिक अंतरिक्षयान भेजने की योजना बना रहा है। सूर्य के वातावरण की जांच करने के लिए इस अंतरिक्ष यान को इसमें 60 लाख किलोमीटर तक भेजे जाने की योजना है।
नासा का दावा, प्लूटो ने अपने सबसे बड़े उपग्रह को लाल किया

नासा का दावा, प्लूटो ने अपने सबसे बड़े उपग्रह को लाल किया

प्लूटो के सबसे बड़े उपग्रह कैरन के ध्रुवीय क्षेत्र का लाल होना दरअसल इस बर्फीले ग्रह के वातावरण से मिथेन गैस के पलायन करने का परिणाम है। नासा के अंतरिक्ष यान न्यू होराइजन्स ने पिछले साल सबसे पहले इस रंगीन क्षेत्र की पहचान की थी। अब वैज्ञानिकों ने इसके पीछे के रहस्य को सुलझा लिया है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement