थोक मूल्य मुद्रास्फीति में चार महीने से चल रहा तेजी का सिलसिला जनवरी में टूट गया और इस महीने यह घटकर शून्य से 0.9 प्रतिशत नीचे रही। खाद्य उत्पादों, मुख्य तौर पर सब्जियों और दलहन के सस्ते होने से जनवरी में थोक मुद्रास्फीति नरम पड़ी है।
अर्थव्यवस्था से जुड़े दो मोर्चों पर सरकार की चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। बिकवाली दबाव के चलते बंबई शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है और बृहस्पतिवार को सेंसेक्स लुढ़क कर 20 महीने में पहली बार 24000 अंक के नीचे बंद हुआ जबकि डॉलर के मुकाबले रुपया 29 माह के निम्न स्तर 68.02 रुपये पर बंद हुआ। कमजोर रुपया विदेश में पढ़ाई लिखाई से लेकर घूमने-फिरने और आयात होने वाली चीजों की महंगाई बढ़ाएगा।
बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक गुरुवार को कारोबार के शुरआती दौर में ही 400 अंक से अधिक टूटकर 25,000 अंक से नीचे उतर गया। चीन के बाजारों में बिकवाली का दौर आज भी जारी रहने से घरेलू बाजारों में भी गिरावट रही।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बाद अब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू पर भी एयर इंडिया की उड़ान लेट कराने के आरोप लगे हैं। कहा जा रहा है कि रिजिजू की वजह से उड़ान करीब एक घंटा लेट हुई बल्कि तीन यात्रियों को विमान से नीचे उतारा गया।
थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई द र मई माह में उससे पिछले महीने के मुकाबले थोड़ी चढ कर शून्य से 2.36 अंक पर आ गयी। अप्रैल में यह शून्य से 2.65 अंक नीचे थी।