विवादित ट्वीट के बाद सस्पेंड किए गए ट्वितटर अकाउंट को लेकर गायक अभिजीत भट्टाचार्य ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर के इस कदम पर नाराजगी जताई है। अभिजीत ने कहा कि ट्विटर एंटी नेशनल, एंटी हिंदू और यहां तक कि एंटी मोदी सोशल साइट है जो राष्ट्र की आवाज को दबाना चाहती है। फिलहाल अभिजीत यूरोप में हैं।
राष्ट्रीय शूटिंग टीम को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा। उनके हथियार यानी बंदूकों को अधिकारियों ने जब्त कर लिया गया।
लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी पूर्वोत्तर में अपनी पैठ बनाने की कोशिश में लगी हुई है। इसके लिए कोशिश भी शुरू कर दी गई है। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि अरूणाचल प्रदेश में प्रस्तावित फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पूर्वोत्तर में फिल्म निर्माण के विभिन्न क्षेत्रों में हुनर को बढ़ावा देने का काम करेगा।
श्रीनगर लोकसभा सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला की जीत लगभग तय हो गई है। शेरे कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में हो रही मतगणना में फारूक अब्दुल्ला ने सत्तारूढ़ पीडीपी के नाजीर अहमद खान की मुकाबले 9,199 वोटों की बढ़त ले ली है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने जम्मू कश्मीर के शीर्ष नेता फारुख अब्दुल्ला को राष्ट्रवादी करार देते हुए पत्थरबाजों पर दिए बयान पर उनका समर्थन किया है। सिन्हा ने यह भी जोर देते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी अलगाववादियों से बातचीत के समर्थन में थे। तो क्या ऐसे में वह भी एंटी नेशनल हो जाते हैं।
देश में जरूरतमंद बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए लैक्सेस इंडिया ने बीड़ा उठाया है। इससे पहले ही लैंक्सेस ने ‘टीच फॉर इंडिया’ कार्यक्रम की शुरूआत की थी। एक साल बाद ही कंपनी ने इस योजना का जबदस्त विस्तार करने का निर्णय लिया है।
दिल्ली की एक अदालत ने नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस पार्टी और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) से कुछ खास दस्तावेज की मांग संबंधी भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की अर्जी आज खारिज कर दी। स्वामी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी एवं अन्य के खिलाफ यह मामला दर्ज किया था।
केंद्र सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपये के नोटों का चलन बंद किए जाने का असर उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही राजनीतिक पार्टियों की तैयारियों पर भी पड़ सकता है। हालांकि सभी पार्टियां केंद्र सरकार के इस कदम से खुद पर पड़ने वाले असर के मुद्दे पर खामोश हैं, लेकिन चुनावों के लिए पार्टियों द्वारा चंदा एकत्र किए जाने के अब तक के तौर-तरीकों से यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि बड़े नोटों का चलन बंद हो जाने से उन पर क्या असर पड़ेगा।