भारत और आस्ट्रेलिया मौजूदा टेस्ट श्रृंखला के रोमांच को आगे बढ़ाने के लिए कल जब रांची में तीसरे क्रिकेट टेस्ट में आमने सामने होंगे तो एक बार फिर आकर्षण का केंद्र पिच ही होगी।
महेंद्र सिंह धोनी ने यहां स्टेडियम के उद्घाटन के दौरान नगाड़ा बजाया था और उनकी यह छवि सभी स्थानीय लोगों के जेहन में है लेकिन चार साल बाद अब यह शहर भारत का 26वां टेस्ट केंद्र बनने जा रहा है तो यहां का मूड बहुत ही फीका है।
आस्ट्रेलिया के शीर्ष स्पिनर नाथन लियोन ने आज कहा कि चार टेस्ट की मौजूदा श्रृंखला में दबाव भारत पर है और उन्होंने साथ ही पिछले दो मैचों में संघर्षपूर्ण प्रदर्शन के लिए अपनी टीम की तारीफ की। दो मैचों के बाद श्रृंखला 1-1 से बराबर है जबकि बाकी बचे दो मैच रांची और धर्मशाला में खेले जाने हैं।
रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की भारतीय जोड़ी आज आईसीसी की टेस्ट गेंदबाजों की रैंकिंग में संयुक्त रूप से शीर्ष पर पहुंचने वाली स्पिनरों की पहली जोड़ी बनी। भारत ने कल बेंगलुरू में दूसरे टेस्ट के चौथे दिन आस्टेलिया को 75 रन से हराया जिसके बाद जारी रैंकिंग में जडेजा ने शीर्ष पर मौजूद अश्विन की बराबरी कर ली।
ऑस्ट्रेलिया ने 36 रन पर छह विकेट चटकाकर भारत को आज दूसरी पारी में 274 रन पर समेट दिया। मेहमान टीम को बेंगलुरु टेस्ट में जीत के लिए 188 रन का लक्ष्य मिला। जोश हेजलवुड (67 रन पर छह विकेट) और मिशेल स्टार्क (दो विकेट पर 74 रन) ने चौथे दिन पहले सत्र में भारतीय पारी को 97 .1 ओवर में समेटा।
चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के जुझारू अर्धशतकों के बाद आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की फिरकी का जादू ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर हावी रहा जिससे भारत ने बेंगलुरु में दूसरे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन जोरदार वापसी करते हुए 75 रन से जीत दर्ज करके चार मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर दी।
पुणे के बाद बेंगलुरु में भी भारतीय बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा। आज से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हुए दूसरे टेस्ट में आफ स्पिनर नाथन लियोन की घातक गेंदबाजी के समक्ष भारतीय पारी मात्र 189 रन पर सिमट गई। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन की खेल की समाप्ति तक बिना किसी नुकसान के 40 रन बना लिए।
ऑस्टेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने आज कहा कि पुणे में भारत के खिलाफ श्रृंखला के शुरुआती मैच में बड़ी जीत बीती बात है और उनकी टीम कल से बेंगलुरु शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच नए सिरे से शुरुआत करेगी।
ऑस्ट्रेलिया से पहला टेस्ट मैच 333 रन के बड़े अंतर से गंवाने वाली भारतीय टीम के लिये अब श्रृंखला में वापसी करना एक बड़ी चुनौती है क्योंकि 1932 में टेस्ट क्रिकेट में प्रवेश करने के बाद अब तक केवल तीन अवसरों पर भारत पहला टेस्ट हारने के बाद श्रृंखला जीतने में सफल रहा है।