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Search Result : "न्यायमूर्ति अली मोहम्मद माग्रे"

अभी नहीं आए हैं अच्छे दिन: पूर्व न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े

अभी नहीं आए हैं अच्छे दिन: पूर्व न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े

उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश एन. संतोष हेगड़े का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काफी प्रयास किए हैं, लेकिन अच्छे दिन अभी नहीं आए हैं। न्यायमूर्ति को लगता है कि भाजपा नेतृत्व वाली राजग सरकार को जनता को बताना चाहिए कि वे काला धन वापस लाने का चुनावी वादा पूरा करने में क्यों असमर्थ हैं।
गुलाबी गेंद से पहले मैच में शमी ने मोहन बागान को 296 रन से जीत दिलाई

गुलाबी गेंद से पहले मैच में शमी ने मोहन बागान को 296 रन से जीत दिलाई

मोहम्मद शमी के मैच में सात विकेट की बदौलत मोहन बागान ने गुलाबी गेंद से भारत में दूधिया रोशनी में खेले गए पहले चार दिवसीय क्रिकेट मैच में मंगलवार को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में भवानीपुर क्लब को 296 रन से हरा दिया।
घाटी में वापसी पर कश्मीरी पंडितों से बात करेंगे अलगाववादी

घाटी में वापसी पर कश्मीरी पंडितों से बात करेंगे अलगाववादी

अलगाववादियों ने एक महत्वपूर्ण कदम के तहत कश्मीरी पंडितों से घाटी में उनकी वापसी पर चर्चा करने का फैसला किया है। आतंकवाद के चलते 26 साल से भी ज्यादा पहले घाटी छोड़ने को विवश हुए समुदाय को वापस लाने का अलगाववादियों का यह पहला गंभीर प्रयास है।
कार्यपालिका के विफल होने पर ही न्यायपालिका हस्तक्षेप करती है: प्रधान न्यायाधीश

कार्यपालिका के विफल होने पर ही न्यायपालिका हस्तक्षेप करती है: प्रधान न्यायाधीश

भारत के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति टी एस ठाकुर ने कहा है कि न्यायपालिका तभी हस्तक्षेप करती है जब कार्यपालिका अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को निभाने में विफल हो जाती है।
मसूद का दावा, कंधार के बाद पैसों के बल पर तालिबान से भारत ने मुझे पाना चाहा

मसूद का दावा, कंधार के बाद पैसों के बल पर तालिबान से भारत ने मुझे पाना चाहा

आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर ने दावा किया है कि भारत ने पैसों के बल पर तालिबान से उसे खरीदने की कोशिश की थी। उसने कहा कि 1999 में कंधार में अपहरण किए गए भारतीय विमान आईसी-814 के यात्रियों और क्रू की अदला-बदली करने के बाद भारत ने तालिबान सरकार को पैसे की पेशकश की थी ताकि वो मसूद और उसके दो अन्य साथियों को पकड़कर उसेे सौंप दे।
मुहम्‍मद अली पार्किन्‍संस से नहीं जीत सके, 74 साल की उम्र में अमेरिका में निधन

मुहम्‍मद अली पार्किन्‍संस से नहीं जीत सके, 74 साल की उम्र में अमेरिका में निधन

अपने जीवन में 61 फाइटिंग में से सिर्फ पांच में हारने वाले जाने माने मुक्‍केबाज 'द ग्रेट' मोहम्मद अली जिंदगी की जंग में पार्किन्‍संस से हार गए। 74 साल के अली सांस की तकलीफ की वजह से अस्पताल में भर्ती थे। उनका अमेरिका के लास एंजिल्‍स में निधन हो गया। अली को पार्किनसन की बीमारी की वजह से सांस लेने में काफी दिक्‍कत हो रही थी।
अलविदा मुहम्‍मद अली :  पूरे कैरियर में सहे 29000 मुक्के, कमाए 5.7 करोड़ डॉलर

अलविदा मुहम्‍मद अली : पूरे कैरियर में सहे 29000 मुक्के, कमाए 5.7 करोड़ डॉलर

दुनिया में मुक्‍केबाजी के पर्याय मुहम्‍मद अली ने एक बार गणना की थी कि उन्होंने अपने पेशेवर करियर में 29,000 मुक्के सहे और पांच करोड़ 70 लाख डालर की कमाई की। उनके मुक्के दमदार होते थे और अपनी तेजी की वजह से प्रतिद्वंद्वी को हतप्रभ करने में माहिर भी थे। इस हैवीवेट चैंपियन ने अपने मुक्‍कों से दुनिया को रोमांचित करने का वादा किया और फिर वह इसमें सफल भी रहे। यहां तक कि मुक्के खाने की वजह से उन्‍हें पार्किन्‍संस हो गया था। वह इस वजह से बमुश्किल बात कर पाते थे तब भी वह लोगों को प्रभावित करते थे।
पठानकोट हमला: एनआईए प्रमुख के बयान पर छिड़ा विवाद

पठानकोट हमला: एनआईए प्रमुख के बयान पर छिड़ा विवाद

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के प्रमुख शरद कुमार के एक बयान पर भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद पैदा हो गया है। एनआईए प्रमुख ने कथित तौर बयान दिया था कि पठानकोट हमले के लिए जैश-ए-मोहम्मद की मदद में पाकिस्तान सरकार या इसकी किसी एजेंसी का कोई हाथ नहीं है।
निर्भया फंड जुबानी जमाखर्च जैसा, राष्ट्रीय मुआवजा नीति बनाएं: कोर्ट

निर्भया फंड जुबानी जमाखर्च जैसा, राष्ट्रीय मुआवजा नीति बनाएं: कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने आज केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि वह बलात्कार पीड़ितों को पर्याप्त राहत मुहैया कराने के लिए एक राष्ट्रीय नीति बनाए। साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा कि निर्भया कोष जैसा एक अलग कोष बनाना पर्याप्त नहीं है और यह जुबानी जमाखर्च जैसा है।