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Search Result : "न्यायाधीश बी डी अहमद"

राष्ट्रपति की हत्या के आरोप में मालदीव के उप राष्ट्रपति गिरफ्तार

राष्ट्रपति की हत्या के आरोप में मालदीव के उप राष्ट्रपति गिरफ्तार

मालदीव के राष्ट्रपति की मोटरबोट में पिछले महीने हुए विस्फोट में संलिप्तता के आरोप में मालदीव पुलिस ने उपराष्ट्रपति अहमद अदीब को आज गिरफ्तार कर लिया। पुलिस प्रवक्ता इस्माईल अली ने कहा कि अदीब को हवाई अड्डे से तब गिरफ्तार किया गया जब वह चीन की राजकीय यात्रा से लौट रहे थे।
आप की अंदरूनी राजनीति का शिकार हुआ: आसिम खान

आप की अंदरूनी राजनीति का शिकार हुआ: आसिम खान

एक बिल्डर से 6 लाख रुपये घूस मांगने के आरोप में मंत्री पद से हटाए गए आम आदमी पार्टी के विधायक आसिम अहमद खान ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब देते हुए पार्टी को ही कटघरे में खड़ा कर दिया।
देश में जजों की कमी, उच्च न्यायालयों में 392 पद खाली

देश में जजों की कमी, उच्च न्यायालयों में 392 पद खाली

एक महीने के भीतर उच्च न्यायालयों के आठ न्यायाधीश सेवानिवृत्त हो चुके हैं जिससे देश के उच्च न्यायालयों में रिक्तियों का आंकड़ा बढ़कर इस महीने 392 हो गया। अगस्त में यह आंकड़ा 384 था। यह ऐसे समय में हुआ है जब उच्च न्यायपालिका में न्यायाधीशों की नई नियुक्ति करने या उन्हें पदोन्नत करने का कोई तंत्र नहीं है।
हॉकी इंडिया से विवाद निपटारे का इच्छुक है पाकिस्तान

हॉकी इंडिया से विवाद निपटारे का इच्छुक है पाकिस्तान

क्रिकेट कूटनीति में दाल नहीं गलती देख अब पाकिस्तान ने भारतीय हॉकी लीग में भागीदारी का प्रस्ताव हॉकी इंडिया के समक्ष रखा है। पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन (पीएचएफ) ने हॉकी इंडिया से गतिरोध खत्म करने के लिए बातचीत का प्रस्ताव रखा है। पिछले साल चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के दुर्व्यवहार के कारण बेशुमार दौलत वाले इंडियन लीग में उनके खिलाड़ियों की हिस्सेदारी प्रतिबंधित कर दी गई थी।
मारिया का तबादला, जावेद बने मुंबई पुलिस प्रमुख

मारिया का तबादला, जावेद बने मुंबई पुलिस प्रमुख

मुंबई पुलिस प्रमुख के पद से राकेश मारिया को हटाकर महानिदेशक, होमगार्ड रहे अहमद जावेद को मुंबई का नया आयुक्त बनाया गया है। बहुचर्चित शीना बोरा हत्या की जांच के मध्य में हुए इस तबादले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि देर शाम नाटकीय घटनाक्रम में सरकार की ओर से गृह सचिव ने बताया कि तबादले और प्रोन्नति के बावजूद मारिया शीना बोरा हत्या मामले की जांच की निरानी करते रहेंगे।
‘खुद को मुगल बादशाह समझते थे पूर्व मुख्य न्यायाधीश’

‘खुद को मुगल बादशाह समझते थे पूर्व मुख्य न्यायाधीश’

पटना हाईकोर्ट के एक न्यायाधीश ने पिछले हफ्ते सेवानिवृत्त हुए मुख्य न्यायाधीश के बारे में एक खुला पत्र लिखकर उनके विदाई समारोह में जाने से साफ मना कर दिया कि वह ‘मुगल बादशाह’ की तरह काम करते थे और कानून के लिए उनके मन में कोई सम्मान नहीं था।
याकूब की फांसी पर सुप्रीम कोर्ट में आधी रात को सुनवाई

याकूब की फांसी पर सुप्रीम कोर्ट में आधी रात को सुनवाई

याकूब की फांसी पर संशय बरकरार। राष्ट्रपति द्वारा बुधवार को दया याचिका खारिज करने के बाद कई वकील गुरूवार सुबह याकूब को होने वाली फांसी पर रोक लगाने के लिए देर रात मुख्य न्यायाधीश के घर पहुंचे। आधी रात को सुप्रीम कोर्ट फिर से खोला गया। मामले की सुनवाई के लिए मुख्य न्यायाधीश ने तीन जजों की बेंच गठित की है।
याकूब पर दो जजों में नहीं बन पायी सहमति

याकूब पर दो जजों में नहीं बन पायी सहमति

1993 बम धमाकों में मिली फांसी की सजा पर रोक के लिए दायर याकूब मेमन की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट की दो सदस्यीय जजों की एक पीठ ने सुनवाई की। दोनें पक्षों को सुनने के बाद पीठ के दोनों सदस्य जज किसी एक फैसले पर एकमत नहीं हो पाए। इस वजह से पीठ के दोनों जजों ने अलग अलग निर्णय सुनाया और मामले को मुख्य न्यायाधीश को सुनवाई के लिए हस्तांतरित किया। मुख्य न्यायाधीश ने मामले को न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, प्रफुल्ल सी. पंत और अमिताव रॉय की पीठ को भेजा है जो 29 जुलाई को इसपर सुनवाई करेंगे।
अरूणाचल के पहले सीएम को साढ़े चार साल की जेल

अरूणाचल के पहले सीएम को साढ़े चार साल की जेल

अरुणाचल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रहे और केंद्र की नरसिम्हा राव की सरकार में मंत्री रहे पी के थुंगन को आज दिल्ली की एक अदालत ने चार साल के कैद की सजा सुनाई। अदालत ने थुंगन को कैद की सजा देने के अलावा उन पर 10,000 रूपए का जुर्माना भी लगाया।
लोकतांत्रिक तरीके से चुना व्यक्ति भी तानाशाह हो सकता हैः नामवर सिंह

लोकतांत्रिक तरीके से चुना व्यक्ति भी तानाशाह हो सकता हैः नामवर सिंह

आलोचना (त्रैमासिक) पत्रिका के अंक 53-54 के प्रकाशन के उपलक्ष्य में ‘भारतीय जनतंत्र का जायजा’ विषय पर साहित्य अकादमी-सभागार में आयोजित परिचर्चा में युवाओं की भागीदारी जबरदस्त रही। दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय सहित अन्य अकादमिक संस्थानों के छात्रों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। युवाओं ने जनतंत्र से जुड़े सवालों की झड़ी लगा दी। एक युवा ने सवाल खड़ा किया कि आखिर क्यों ‘आलोचना’ पहले जैसी नहीं होती ! जिसकी आलोचना होती है वह और मजबूत क्यों हो जाता है।
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