उत्तर प्रदेश के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने पांच राज्यों की पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में आज अलग-अलग स्थानों से चार संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया। इसके अलावा पांच अन्य लोगों को हिरासत में ले लिया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पुरी के जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश नहीं देने का मामला तूल पकड़ लिया है। पिछले दिनों मंदिर के सेवायत (पुजारी) ने उन्हें बीफ खाने वाली करार देकर मंदिर में उनके प्रवेश पर आपत्ति जताई थी। जिसे अब संबंधित थाने की पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
करीब महीने भर फरार रहने के बाद उत्तर प्रदेश के मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को अंतत: आज लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गायत्री सामूहिक बलात्कार के एक मामले में आरोपी हैं। उनके अलावा मामले के छह अन्य आरोपियों को पहले ही पकड़ा जा चुका है। प्रजापति ने इस बार भी अमेठी विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन के जनरल कोच में आज सुबह हुए धमाके में दस लोग घायह हो गए। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने इस बात की पुष्टि की कि यह आतंकी हमला है। राज्य के पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) मकरंद देउस्कर ने बताया कि हमने होशंगाबाद जिले के पिपरिया कस्बे से तीन संदिग्धों को वाहन जांच के दौरान हिरासत में लिया है। इनका संबध इस धमाके से है।
हाफिज सईद को हिरासत में लिए जाने से भारत प्रभावित नहीं है और उसने कहा है कि सईद के आतंकवादी संगठन समेत आतंकवादी संगठनों के खिलाफ भरोसेमंद कार्रवाई से ही पाकिस्तान की गंभीरता साबित होगी क्योंकि 26 नवंबर के मुम्बई हमले के सूत्रधार के खिलाफ पहले भी इस तरह की कार्रवाई की जा चुकी है।
दिल्ली की एक अदालत ने आज पूर्व वायु सेना प्रमुख एस पी त्यागी को चार दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। त्यागी को 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की खरीद में 450 करोड़ रूपये रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी :एएमयू: के छात्र संघ ने भोपाल में सिमी के आठ कार्यकर्ताओं के जेल तोड़ने के बाद मारे जाने की घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए मामले में न्यायिक जांच की मांग की। एएमयू के एक पदाधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेजे ज्ञापन में एएमयू छात्र संघ ने भोपाल मुठभेड़ मामले में उच्चतम न्यायालय की निगरानी में न्यायिक जांच कराने की मांग की।
जासूसी रैकेट की जड़ें कितनी गहरी हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके तार अब राजनेताओं से जुड़ रहे हैं। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने इस मामले में शनिवार को समाजवादी पार्टी के एक सांसद के पीए को हिरासत में लिया है। दिल्ली पुलिस ने अब तक इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।