लंदन की संस्था ‘वातायन’ ने इस बार अपना सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय वातायन शिखर सम्मान पश्चिम बंगाल (भारत) के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को प्रदान किया। त्रिपाठी एक विख्यात लेखक और कवि हैं और अब तक उनकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती में भाजपा के उम्मीदवार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों में भी काफी आगे चल रहे हैं। गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह नोएडा में अपने निकट प्रतिद्वंद्वी और सपा उम्मीदवार सुनील चौधरी से समाचार लिखे जाने तक 40 हजार से ज्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं।
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से सटे और दो केंद्रीय मंत्रियों के लोकसभा क्षेत्र में भाजपा ने शानदार जीत हासिल की है। गौतमबुद्ध नगर के सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा हैं। उनके लोक सभा क्षेत्र में आने वाले सभी पांच विधानविधान सभा क्षेत्रों में भाजपा का परचम लहराया। वहीं दूसरी ओर गाजियाबाद के सांसद और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह के लोक सभा क्षेत्र से भाजपा के चार विधायक जीते।
वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और नेशनल बुक ट्रस्ट के संपादक पंकज चतुर्वेदी और चिकित्सक डा. प्रदीप शुक्ल को उनकी कुतियों क्रमशः बेलगाम घोड़ा और गुल्लू का गांव के लिए वर्ष 2016 के हरिकृष्ण देवसरे बाल-साहित्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया। न्यास ने देवसरे बाल-साहित्य समाचार-पत्र निकालने की घोषणा भी की।
दीवाली के गीत हिंदी फिल्मों में कम हैं। होली की अपेक्षा तो बहुत ही कम। और जहां होली के गीतों के परिदृश्य में अक्सर उत्सवधर्मिता रहती है और उल्लासित वातावरण रहता है, वहीं दीवाली के दृश्य की उज्जवल पृष्ठभूमि में कई गीत कॉन्टेक्ट की तरह वैयक्तिक दुख और विषाद के गीत बन कर उभरते हैं।
उत्तर प्रदेश के चंदौली और वाराणसी जिले की सीमा पर शनिवार सुबह हुए एक बड़े हादसे में 18 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई घायल हो गए। यह हादसा बाबा जय गुरुदेव की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान परिक्रमा कर रहे श्रद्धालुओं के बीच मची भगदड़ की वजह से पेश आया।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 16 अक्टूबर को युवा कथाकार पंकज सुबीर के बहुचर्चित उपन्यास अकाल में उत्सव पर केंद्रित एक पुस्तक चर्चा का आयोजन किया गया है।
हर साल की तरह इस साल भी तवांग तीर्थ यात्रा 19 नवंबर से 24 नवंबर के बीच जाएगी। गोवाहाटी से शुरू होने वाली इस यात्रा में तिब्बत की आजादी का सपना लिए राष्ट्रभक्त जाएंगे। इस यात्रा का उद्देश्य चीन के कब्जे से तिब्बत को छुड़ाना है।