जानेमाने सितारवादक पंडित रवि शंकर के 96वें जन्मदिन पर उनके सम्मान में सर्च इंजन गूगल ने डूडल बनाया है। उनके सम्मान में बनाए गए इस डूडल के केंद्र में सितार है।
दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में आज एक पूर्व पुलिसकर्मी सहित हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादी मारे गए। यह पूर्व पुलिसकर्मी पीडीपी के एक मंत्री की सुरक्षा में तैनात रह चुका है और पिछले साल दो एके 47 राइफल लेकर फरार हो गया था। सेना इसे बड़ी कामयाबी बता रही है।
जम्मू-कश्मीर में भाजपा के सहयोग से सरकार गठन को लेकर पीडीपी के दावे के मद्देनजर शिवसेना ने आज यह सवाल उठाया कि क्या अब मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार महबूबा मुफ्ती आतंकी हमलों में अपनी जान गंवाने वाले कश्मीरी पंडितों के सम्मान में भारत माता की जय बोलेंगी?
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में देश की 56 विभूतियों को पद्म सम्मान से सम्मानित किया। इनमें से पांच को पद्म विभूषण, आठ को पद्म भूषण और 43 को पद्म श्री से सम्मानित किया गया। इस मौके पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी समेत कई गण्यमाण्य लोग मौजूद थे।
सुल्तान में काम करने के लिए हर कोई दीवाना है, इसी दीवनगी में उर्वशी रौतेला ने सलमान खान के साथ काफी आत्मीयता दिखाने की कोशिश की थी। वह चाहती थीं कि उन्हें सुल्तान में काम मिल जाए।
दिल को छू लेने वाली कश्मीरियत की मिसाल कायम करते हुए दक्षिण कश्मीर में कुलगाम जिले के एक गांव के मुसलमानों ने एक कश्मीरी पंडित का अंतिम संस्कार किया। यह कश्मीरी पंडित आतंकवादियों के खतरे के कारण घाटी छोड़ने की बजाए अपनी जड़ों से चिपका रहा। उसने घाटी छोड़ कहीं और बसने का प्रस्ताव ठुकरा दिया था जबकि उसके सभी परिजन घाटी से पलायन कर गए।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो फाइल सार्वजनिक की है कांग्रेस ने उसकी जमकर आलोचना की है। मीडिया रिपोर्ट में इस बात का खुुलासा हुआ कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री एटली को चिट्ठी लिखी थी जो कि जिसमें नेताजी को युद्घ अपराधी लिखा गया था। जिसका कांग्रेस ने विरोध किया।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने 26 वर्ष पहले घर छोड़ने के लिए मजबूर कश्मीरी पंडितों के अपने घरों को वापस नहीं लौटने का दोष आज कश्मीरी पंडितों के सिर पर ही मढ़ दिया।
एक गैर सरकारी संगठन का आरोप है कि मध्य प्रदेश सरकार ने व्यापमं और डीमैट घोटाले के मामलों में सीबीआई जांच से बचने के लिए वरिष्ठ वकीलों की सेवाएं लीं। यही नहीं राज्य सरकार ने इसके लिए अपने ही विधि विभाग के दिशा निर्देशों का उल्लंघन किया और सेवा के लिए उन वकीलों को सवा करोड़ रुपये का भुगतान भी किया।