पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के नेेता ई. अहमद का दिल का दौरा पड़ने के बाद देर रात निधन हो गया। एक वरिष्ठ चिकित्सक ने अहमद के निधन की पुष्टि की है। वह 78 वर्ष के थे।
1985 बैच के आईपीएस अफसर अमूल्य पटनायक को दिल्ली का अगला पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है। केंद्र सरकार में उनके नाम पर बनी सहमति के बाद पटनायक आलोक वर्मा की जगह लेंगे।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुरजीत सिंह बरनाला का आज यहां निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे। उन्होंने पंजाब की कमान ऐसे समय में संभाली थी जब अस्सी के दशक में उग्रवाद वहां चरम पर था।
दिग्गज अभिनेता ओम पुरी के निधन पर अमिताभ बच्चन, शबाना आजमी जैसे उनके साथी कलाकारों से लेकर शाहरूख खान, अक्षय कुमार जैसे बाॅॅलीवुड के उनके युवा सह-कलाकारों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
बाॅलीवुड में अपनी नायाब अदाकारी के लिए पहचाने जाने वाल दिग्गज अभिनेता ओमपुरी का शुक्रवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से मुंबई स्थित अपने घर पर निधन हो गया। वह 66 वर्ष के थे।
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा का बुधवार को निधन हो गया। वह 92 साल के थे और कुछ समय से बीमार थे। भाजपा सूत्रों ने बताया कि उनकी पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है और उनकी कोई संतान नहीं थी।
इफ यू वर देयर, आई एम योर मैन और इवनिंग शी वान्ट्स जैसे गीतों के साथ 80 के दशक में संगीत की दुनिया पर बादशाहत कायम करने वाले मशहूर ब्रितानी पॉप गायक जॉर्ज माइकल का 53 साल की उम्र में निधन हो गया।
तमिलनाडु के सत्तारूढ़ दल अन्नाद्रमुक ने आज कहा कि जयललिता की बीमारी और उसके बाद निधन के दुख और सदमे से अभी तक 77 लोगों की जान गयी है। पार्टी ने प्रत्येक पीडि़त परिवार को तीन-तीन लाख रूपए की सहायता राशि देने की घोषणा आज की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जयललिता को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके पार्थिव शरीर वाले ताबुत के समक्ष पहुंचे तो व्यथित मौजूदा मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम कई बार भावुक होकर उनके गले से लिपट गए। कड़ी सुरक्षा के बीच मोदी जब राजाजी हॉल में पहुंचे तो वहां का माहौल बेहद गमगीन हो उठा। जयललिता के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए यहीं रखा गया है।
जयललिता अपने राज्य के लोगों के दिलों में राज करतीं थी। गरीबों के लिए उनके दिल में बहुत दर्द था जो उनकी योजनाओं से झलकता है। वह कुशल प्रशासक थीं इसकी वजह से तमिलनाडु में न सिर्फ कानून-व्यवस्था स्थिति अच्छी रही बल्कि वहां विकास के काफी काम भी हुए। यह कहते हुए जयललिता को पहली बार 1991 में शपथ दिलाने वाले तमिलनाडु के तत्कालीन राज्यपाल भीष्म नारायण सिंह भावुक हो जाते हैं।