योग गुरु बाबा रामदेव की चर्चित दवा पुत्रजीवक की उत्तराखंड सरकार द्वारा कराई गई जांच की रिपोर्ट उनके खिलाफ गई है। उत्तराखंड सरकारके स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई इस जांच से बाबा रामदेव के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
काला धन वापस लाने के मुद्दे पर बड़ा आंदोलन खड़ा करने वाले योग गुरु बाबा रामदेव केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से इस दिशा में किए गए अब तक के प्रयासों से संतुष्ट नहीं हैं हालांकि उन्होंने मोदी में भरोसा जरूर जताया है। रामदेव ने आज यहां पतंजलि मेगा स्टोर का उद्घाटन किया।
बाबा रामदेव के पतंजलि आटा नूडल्स में कीडे मिलने और पतंजलि देसी घी में फंफूदी लगी होने की खबरों का संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड सरकार ने इन दोनों उत्पादों की गुणवत्ता परखने के लिये उनकी जांच के आदेश दिए हैं।
बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद के आटा नूडल्स को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। हाल ही में लॉंच किए गए आटा नूडल्स को बिना इजाजत के बाजार में उतारने पर एफएसएसआई ने नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।
नेस्ले की मैगी की टक्कर में बाजार में उतारे गए बाबा रामदेव के आटा नूडल्स विवादों में घिर गए हैं। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पतंजलि के आटा नूडल्स को खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) की मंजूरी नहीं मिली है। जबकि बाबा रामदेव की ओर से दावा किया है उनका उत्पाद पूरी तरह से कानूनी है। आटा नूडल्स बनाने वाली सभी यूनिट्स के पास लाइसेंस हैं।
एक ओर बैन के बाद बाजारों में नेस्ले की मैगी दोबारा से लौट आई है वहीं दूसरी ओर इसके सामने चुनौती के तौर पर बाबा रामदेव की स्वदेशी मैगी आज से बाजार में उपलब्ध है।
अब योग किसी एक संस्कृति या धर्म का नहीं रहा। यह क्रिसमस की तरह है, जो भी इसे मनाना चाहें उन सब का है। आधुनिक दौर में हमारे सुस्त और गतिहीन जीवन से उबरने का सबसे बेहतर तरीका।