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Search Result : "पश्चिमी खबरिया संस्थान"

बेरोजगारों की फौज खड़ी कर रहे हैं ज्यादातर बिजनेस स्कूल: एसोचैम

बेरोजगारों की फौज खड़ी कर रहे हैं ज्यादातर बिजनेस स्कूल: एसोचैम

मोटी रकम लेकर एमबीए का कोर्स करा रहे ज्यादातर बिजनेस स्कूलों से बेरोजगारों और अर्द्धबेरोजगार पेशेवरों की खेप दर खेप निकल रही हैं। उद्योग मण्डल एसोचैम के एक ताजा अध्ययन में किए गए महत्वपूर्ण सर्वेक्षण में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है।
दोबारा आए भूकंप ने भी जापान को दहलाया, 32 लोगों की मौत

दोबारा आए भूकंप ने भी जापान को दहलाया, 32 लोगों की मौत

दक्षिण पश्चिमी जापान में 24 घंटे के अंतराल में आए दो शक्तिशाली भूकंपों में अब तक 32 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग ध्वस्त हो चुके घरों के मलबे में दब गए हैं।
कल से सम-विषम योजना का दूसरा चरण, पूरी तरह तैयार दिल्ली सरकार

कल से सम-विषम योजना का दूसरा चरण, पूरी तरह तैयार दिल्ली सरकार

दिल्ली सरकार सम-विषम योजना का दूसरा चरण कल से शुरू करने के लिए पूरी तरह कमर कस चुकी है और इस सिलसिले में अगले 15 दिनों तक रोजाना सड़कों पर 2000 यातायात कर्मी, 580 प्रवर्तन अधिकारी एवं 5000 से अधिक नागरिक रक्षा स्वयंसेवक तैनात किए जाएंगे।
18 घंटे का सफर तय कर लातूर पहुंची पानी वाली रेल

18 घंटे का सफर तय कर लातूर पहुंची पानी वाली रेल

भयंकर सूखे से जूझ रहे मराठवाड़ा के लातूर क्षेत्र के लिए एक विशेष ट्रेन लगभग पांच लाख लीटर पानी लेकर आज सुबह पहुंची। यह ट्रेन 18 घंटे की यात्रा करने के बाद लातूर पहुंची।
जीवन का विज्ञान आयुर्वेद

जीवन का विज्ञान आयुर्वेद

आयुर्वेद का अर्थ है, जीवन का विज्ञान। आयुष वेद से मिल कर बने इस शब्द में आयुष का मतलब है जीव और वेद का मतलब है विज्ञान। आयुर्वेद के सिद्धांत को आगे बढ़ाने के लिए दिल्ली के खेड़ा डाबर, नजफगढ़ में चौधरी ब्रह्मप्रकाश आयुर्वेद चरक संस्थान की नींव रखी गई है। यह संस्थान आयुर्वेद की उस धारणा को तोड़ता है जिसमें समझा जाता है कि आयुर्वेद मात्र कुछ जड़ी-बूटियों के सहारे चलता है। यहां पूरे भारत से उच्च शिक्षा प्राप्त अध्यापक हैं और वैज्ञानिक तरीके से मरीजों का इलाज किया जाता है। यहां अन्य विभागों के साथ लीच यानी जोंक चिकित्सा पद्धति, पंचकर्म, क्षार सूत्र विधि विशेष तौर पर लोकप्रिय हैं। पंचकर्म विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अरुण गुप्ता कहते हैं, 'आम आदमी के लिए पंचकर्म सिर्फ मसाज है। ज्यादातर स्पा केंद्रों ने पंचकर्म की एक प्रक्रिया शिरोधारा के फोटो को इतना प्रमोट किया है कि आम जन में यह धारणा हो गई है कि शिरोधारा ही पंचकर्म है।’ प्रो. गुप्ता कहते हैं, 'सरकार को इस चिकित्सा पद्धति के मानक तय करने चाहिए। यानी यदि कोई केंद्र पंचकर्म शब्द का इस्तेमाल कर रहा है तो उसके पास अनिवार्य रूप से क्या सुविधाएं होनी चाहिए। जैसे मधुमेह के रोगियों को तेल की मालिश पंचकर्म में वर्जित है।’ प्रोफेसर गुप्ता बस्ती नेत्र यानी एनीमा देने के उपकरण पर भी सवाल उठाते हैं। वह बताते हैं कि इस अस्पताल में हर चीज मानक रूप से तय की गई है। लंबे मीनारनुमा इस उपकरण के आगे के छेद की गोलाई मटर के दाने बराबर और पीछे का छेद की गोलाई अंगूठे की मोटाई के बराबर होनी चाहिए। यह अस्पताल का सबसे ज्यादा व्यस्त रहने वाला विभाग है, जिसमें सौ से ज्यादा मरीज हमेशा मौजूद रहते हैं।
एनआईटी श्रीनगर में लौटी शांति, अनुपम खेर को हवाई अड्डे पर रोका गया

एनआईटी श्रीनगर में लौटी शांति, अनुपम खेर को हवाई अड्डे पर रोका गया

एनआईटी कश्मीर में पड़ने वाले दूसरे राज्यों के छात्रों की ज्यादातर मांगें संस्थान प्रशासन के मान लिए जाने के बाद 10 दिन से ज्यादा से अशांत चल रहे संस्थान परिसर में शांति बहाल हो गई है। इस बीच एनआईटी परिसर का दौरा करने पहुंचे फिल्म अभिनेता अनुपम खेर को प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी और हवाई अड्डे पर ही रोक दिया।
हिंदी नहीं अंग्रेजी नाम का संक्षिप्त स्वरुप है नीति आयोग

हिंदी नहीं अंग्रेजी नाम का संक्षिप्त स्वरुप है नीति आयोग

योजना आयोग के स्थान पर बनी नई संस्था नीति आयोग दरअसल हिन्दी नहीं बल्कि इसके अंग्रेजी नाम नेशनल इंस्टीट्यूट फार ट्रांसफार्मिंग इंडिया का संक्षिप्त स्वरूप है। नीति अंग्रेजी वर्णों का प्रतिनिधित्व करता है।
आमदनी बढ़ाने का जरिया

आमदनी बढ़ाने का जरिया

दूरदर्शन और आकाशवाणी जैसे सरकारी संस्थान को भी विज्ञापन जुटाने के लिए अब कर्मचारियों का सहारा लेना पड़ रहा है।
पंडित रवि शंकर के 96वें जन्मदिवस पर गूगल ने बनाया डूडल

पंडित रवि शंकर के 96वें जन्मदिवस पर गूगल ने बनाया डूडल

जानेमाने सितारवादक पंडित रवि शंकर के 96वें जन्मदिन पर उनके सम्मान में सर्च इंजन गूगल ने डूडल बनाया है। उनके सम्मान में बनाए गए इस डूडल के केंद्र में सितार है।
आईआईटी फीस दोगुनी : अनुसूचित जाति और जनजाति की फीस माफ

आईआईटी फीस दोगुनी : अनुसूचित जाति और जनजाति की फीस माफ

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के स्नातक पाठ्यक्रमों की वार्षिक फीस आगामी शैक्षणिक सत्र के लिए वर्तमान 90 हजार रूपये बढ़ाकर दो लाख रूपये होगी लेकिन अनुसूचित जाति, जनजाति, भिन्न रूप से अक्षम और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों की फीस माफ कर दी गई है।
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