पाकिस्तान में बम विस्फोट और जासूसी के आरोप में वर्षों तक पाकिस्तान की जेल में बंद अमृतसर वासी सरबजीत पर फिल्म बन रही है। फिल्म के जरिये दर्शक सरबजीत का सच जान पाएंगे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने मंत्रियों और सहयोगियों को भारत के खिलाफ टिप्पणी न करने का निर्देश दिया है ताकि हाल ही में शुरू हुई शांति वार्ता प्रभावित नहीं हो। प्रधानमंत्री ने करीबी सहयोगियों और मंत्रिमंडल सदस्यों से शांति को बढ़ावा देने को कहा है।
नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को जमानत मिल गई है। दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेताओं की तरफ से वकील कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने पैरवी की।
नेशनल हैराल्ड मामले से जुड़े पंचकूला इंडस्ट्रियल प्लॉट्स आबंटन मामले में हुए कथित घोटाले में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। साथ ही, मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी।
नेशनल हेराल्ड प्रकरण में जमानत मिलने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। सोनिया गांधी ने कहा कि हमें निशाना बनाने का जो अभियान चल रहा है, उससे हम में से कोई नहीं डरेगा और हम संघर्ष जारी रखेंगे
बताया जाता है कि जवाहर लाल नेहरू ने 1938 में अपने शुरू किए गए अखबार नेशनल हेराल्ड के कर्मचारियों से एक बार कहा था, हमें बनियागिरी नहीं आई। यदि सुब्रह्मण्यम स्वामी की कोशिशें सिरे चढ़ीं तो माना जाएगा कि शायद नेहरू के उत्तराधिकारी इस कला को सीख चुके हैं।
अगस्त 2015 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के प्रमुख ने एक संक्षिप्त सर्कुलर जारी किया जो कि इसके शीर्ष स्तर पर एक सामान्य प्रक्रिया है। ईडी के कार्यकारी निदेशक करनैल सिंह कहते हैं कि ईडी को किसी मामले की जांच करने के लिए दूसरी एजेंसियों मसलन सीबीआई का इंतजार करने की जरूरत नहीं है।
संसद में हो रहे लगातार शोर-शराबे से आजिज आकर संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने भावुक होकर कहा कि कांग्रेस देशहित में संसद चलने दे। वेकैंया ने कहा कि कांग्रेस सांसदों को नियम और कानून से कुछ लेना-देना नहीं है। संसद की कार्यवाही में अड़चन डालना उनकी आदत सी बन गई है।
पहले युद्ध और प्रेम में सबकुछ जायज ठहराया जाता था। अब आर्थिक-व्यापारिक हित शायद सबकुछ जायज कर देते हैं, यहां तक कि युद्ध और प्रेम को भी। बल्कि इनके बारे में यू-टर्न को भी। अच्छा हुआ कि अपने घरेलू जनाधारों में उबाल भरने के लिए दिखावे के जंगी स्वांग में भड़काऊ बयानबाजी के घोड़ों पर सवार भारत और पाकिस्तान की हुकूमतों ने अपनी भड़काऊ बयानबाजी के ऊंचे घोड़ों से उतरकर एक-दूसरे से पहले पेरिस में प्रधानमंत्री के स्तर पर, फिर क्रमश: बैंकॉक और इस्लामाबाद में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों और विदेशी मंत्रियों के जरिये एक-दूसरे से बातचीत शुरू करने के लिए हाथ मिलाया।