Advertisement

Search Result : "पुरुष शिक्षक"

भारत डेविस कप में 1-2 से पिछड़ा

भारत डेविस कप में 1-2 से पिछड़ा

दुनिया के 10वें नंबर के युगल खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और साकेत माइनेनी को आर्टेम सिटेक और मार्कस डेनियल के खिलाफ सीधे सेटों में शिकस्त का सामना करना पड़ा जिससे भारत एशिया ओसियाना डेविस कप ग्रुप एक टेनिस मुकाबले में शनिवार को क्राइस्टचर्च में न्यूजीलैंड के खिलाफ 1-2 से पिछड़ गया।
बिहार में शिक्षा के लिए विश्‍व बैंक देगा 25 करोड़ डॉलर का कर्ज

बिहार में शिक्षा के लिए विश्‍व बैंक देगा 25 करोड़ डॉलर का कर्ज

विश्व बैंक बिहार में प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों को अधिक योग्य, जवाबदेह एवं जिम्मेदार बनाने के लिए एक कार्यक्रम चलाएगा। इसके तहत राज्य सरकार को 25 करोड़ डॉलर का ऋण देने का प्रस्‍ताव है।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौटाला को एक महीने की पैरोल मिली

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौटाला को एक महीने की पैरोल मिली

दिल्ली सरकार ने आज शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में हाल में दिल्ली उच्च न्यायालय से एक दशक के कारावास की सजा पाने वाले हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की एक महीने की पैरोल मंजूर की।
चौटाला पिता-पुत्र की सजा बरकरार

चौटाला पिता-पुत्र की सजा बरकरार

दिल्ली उच्च न्यायालय ने शिक्षकों की नियुक्ति से जुड़े घोटाले के मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला, उनके बेटे अजय चौटाला और तीन अन्य को भ्रष्टाचार के जुर्म में दी गई 10 साल की कैद की सजा को बरकरार रखा है।
शिशिर की शर्वरी हिंस्र पशुओं भरी

शिशिर की शर्वरी हिंस्र पशुओं भरी

बढ़ती कन्या भ्रूण हत्या के अलावा आउटलुक के अस्तित्व के इन 12 वर्षों में भारतीय समाज की दूसरी हिंसा कृषि संकट और बढ़ते शहरीकरण के प्रसंग में दिखती है। सन 2001 के पूर्ववर्ती दशक में शहरी आबादी 6.18 करोड़ बढ़ी थी जो 2001 से 2011 के बीच 9.1 करोड़ बढ़ी। ग्रामीण आबाद 2001 के पूर्ववर्ती दशक में 11.3 करोड़ बढ़ी थी लेकिन 2001 से 2011 के बीच यह सिर्फ 9.06 करोड़ बढ़ी। यानी शहरी आबादी वृद्धि दर के मुकाबले ग्रामीण आबादी वृद्धि दर कम हुई। यानी आजीविका के अभाव में या विभिन्न परियोजनाओं के चलते बड़ी संख्या में ग्रामीण आबादी उजडक़र शहरों में आई। यह तर्क दिया जा सकता है कि विकास के कारण ग्रामीण आबादी की गतिशीलता बढ़ी और वह शहरों में बेहतर अवसर तलाशने आई इसलिए इसे आपदा-पलायन नहीं कह सकते। लेकिन इस दौरान शहरों में भी संगठित रोजगार घटा यानी गांवों से शहरों में होने वाला आव्रजन आपदा-पलायन ही था। यही कृषि संकट का भी दौर रहा जब देश में बड़े पैमाने पर किसानों ने आत्महत्या की।
Advertisement
Advertisement
Advertisement