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Search Result : "पुस्तक समीक्षा"

बाल दासता अपने जीवनकाल में ही खत्म करूंगा- सत्यार्थी

बाल दासता अपने जीवनकाल में ही खत्म करूंगा- सत्यार्थी

नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी के लिए अब भारत और दुनिया भर में बच्चों के अधिकारों के लिए अपनी लड़ाई तेज करना तथा अपने जीवनकाल में बाल दासता को समाप्त कर देना मिशन बन गया है।
कपड़े पर कुरान, होगी पुस्तक मेले की शान

कपड़े पर कुरान, होगी पुस्तक मेले की शान

भारत भर के तमाम पाठक, लेखक, प्रकाशक और पुस्तक मेले के प्रशंसक हर बरस मेले की बाट जोहते हैं। इस साल यह मेला हर साल की तरह प्रगति मैदान में 9 से 17 जनवरी 2016 को होगा।
समीक्षा - बाजीराव मस्तानी

समीक्षा - बाजीराव मस्तानी

बाजीराव मस्तानी के बारे में संजय लीला भंसाली ने अपने एक साक्षात्कार में कहा था, यह मेरी फिल्म नहीं, तपस्या है। फिल्म के भव्य सेट्स, कॉस्ट्यूम पर की गई मेहनत, युद्ध के दृश्य दिखाने के लिए किए गए इस्तेमाल किए गए एरियल शॉट्स और कलाकारों का सही चयन। वाकई यह दिखाता है कि भंसाली ब्लैक, देवदास, गोलियों की रासलीला रामलीला से कहीं आगे निकल आए हैं।
समीक्षा - दिलवाले

समीक्षा - दिलवाले

दिलवाले सच में दिलवालों की फिल्म है। इतना झेलने के लिए बड़ा दिल चाहिए। काली बनाम राज (शाहरूख खान) और राज बनाम काली के बीच चलती इस फिल्म में मीरा (काजोल), वीर (वरुण धवन) और इशिता (श्रुति सेनन) हैं। गोवा में फिल्म शुरू होकर बुल्गारिया में फ्लैश बैक में पहुंच जाती है। फिर गोवा और हैप्पी एंडिंग।
समाज में भेदभाव रहने तक जरूरी है आरक्षण : मोहन भागवत

समाज में भेदभाव रहने तक जरूरी है आरक्षण : मोहन भागवत

आरक्षण प्रणाली की समीक्षा के अपने पूर्व के बयान से पलटते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि जब तक सामाजिक भेदभाव है तब तक देश में आरक्षण जारी रहना चाहिए और संघ इसे खत्म किए जाने के पक्ष में नहीं है।
मौद्रिक नीति समीक्षा: नीतिगत ब्याज दरों में बदलाव नहीं

मौद्रिक नीति समीक्षा: नीतिगत ब्याज दरों में बदलाव नहीं

रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने मंगलवार को मुख्य नीतिगत ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया लेकिन कहा कि आगे गुंजाइश होने पर केंद्रीय बैंक इसमें कटौती करने को प्रतिबद्ध है। गवर्नर ने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष में मुद्रास्फीति की स्थिति पहले के अनुमान से बेहतर रहने की उम्मीद है।
फिल्‍म समीक्षा: खुद को खोजने का ‘तमाशा’

फिल्‍म समीक्षा: खुद को खोजने का ‘तमाशा’

इम्तियाज अली की नई फिल्म की सामग्री . बेसिक आइडिया थ्री इडियट . कुछ सीन जवानी दीवानी . सजावट के लिए रब ने बना दी जोड़ी के कुछ कतरे। अब थ्री इडियट के आइडिए को पहले फैला लें। जवानी दीवानी के सीन उसमें डालें और खिचड़ी पका कर रब ने बना दी जोड़ी से सजा कर दर्शकों के सामने परोस दें। नोट – खिचड़ी के स्वाद की चिंता न करें क्योंकि बहुत से फुर्सतिए हैं जो सप्ताहंत में टिकट के पैसे खर्च करेंगे, बहुत से जोड़े हैं जो कहां बैठे की समस्या हल करने को थिएटर चले आएंगे।
मात्र ऐतिहासिक दस्तावेज नहीं, अभिनंदन ग्रंथ

मात्र ऐतिहासिक दस्तावेज नहीं, अभिनंदन ग्रंथ

हिंदी के अनेक दुर्लभ ग्रंथ, पुरानी पुस्तकों की प्रति, पत्रिकाओं की पुरानी फाइलें अब उपलब्‍ध नहीं हैं। इस कारण देश के विश्वविद्यालयों में शोध कार्य प्रामाणिक ढंग से नहीं हो पाते और साहित्य में ऐतिहासिक तथ्यों को लेकर गड़बड़ियां बनी रहती हैं। इस कमी को देखते हुए राष्ट्रीय पुस्तक न्यास ने सन 1933 में प्रकाशित द्विवेदी अभिनंदन ग्रंथ को दोबारा प्रकाशित कर अच्छा काम किया है। लेकिन जिस तरह हड़बड़ी और असावधानी में यह ग्रंथ प्रकाशित किया गया है उसे लेकर चिंता होती है।
एम.एल. फोतेदार की पुस्तक  ‘द चिनार लीव्स’ में क्या‍ है खास

एम.एल. फोतेदार की पुस्तक ‘द चिनार लीव्स’ में क्या‍ है खास

माखनलाल फोतेदार की पुस्तक 'द चिनार लीव्स’ में नेहरु-गांधी परिवार के बारे में कई खुलासे किए है। इस खुलासे के बाद कांग्रेस असहज महसूस कर रही है। पुस्तक ऐसे समय में आई है जब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को कमान सौंपने की तैयारी चल रही है। पुस्तक में जो खास बाते हैं प्रस्तुत है उसका प्रमुख अंश: