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Search Result : "प्रेमी की पिटाई"

हां, मुझे पीटा था: कन्हैया कुमार

हां, मुझे पीटा था: कन्हैया कुमार

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने दावा किया है कि कोर्ट में पेशी पर लाए जाने के दौरान उनके साथ सच में मारपीट की गई थी। एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसमें सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियक्त वकीलों के पैनल को कन्हैया ने बताया कि 17 फरवरी को पेशी के दौरान उसके साथ मारपीट की गई थी।
महाराष्ट्रः पुलिसकर्मी की पिटाई, जबरन हाथ में भगवा झंडा थमाया

महाराष्ट्रः पुलिसकर्मी की पिटाई, जबरन हाथ में भगवा झंडा थमाया

महाराष्ट्र के लातूर में एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट की घटना सामने आई है। गौरतलब है कि पुलिसकर्मी मुस्लिम है। इससे राज्य सरकार की परेशानी बढ़नी तय मानी जा रही है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री ने इस मामले पर सख्त रवैया अपनाया है।
मुंबई में प्रेमी युगलों की आफत, होटलों से 64 गिरफ्तार

मुंबई में प्रेमी युगलों की आफत, होटलों से 64 गिरफ्तार

मुंबई पुलिस ने 13 दंपतियों और 35 अन्य को यहां होटलों और समुद्र तट पर छापेमारी करके गिरफ्तार किया है। उन पर सार्वजनिक रूप से कथित तौर पर आपत्तिजनक व्यवहार करने का आरोप है। पुलिस की इस कार्रवाई ने सोशल मीडिया में तूफान खड़ा कर दिया है। सवाल उठ रहा है कि क्या आपसी रजामंदी से दो वयस्क साथ नहीं रह सकते हैं।
हिंदी प्रेमी सरकार की पूर्व राष्ट्रपति को कैसी हिंदी में  श्रद्धांजलि

हिंदी प्रेमी सरकार की पूर्व राष्ट्रपति को कैसी हिंदी में श्रद्धांजलि

पीआईबी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को अशुद्ध हिंदी में दी गई श्रद्धांजलि। इससे सरकार की हिंदी के प्रति सजगता की खुली पोल
सोशल मीड‌िया पर क्रिकेट प्रेमी

सोशल मीड‌िया पर क्रिकेट प्रेमी

ऑस्ट्रेलिया के हाथों बुरी तरह हार का मुंह देखने के बाद सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर विराट कोहली की दोस्त अनुष्का शर्मा को लेकर चुटकुलों की बाढ़ आ गई, वहीं भारतीय टीम से गुस्साए लोगों ने अलग-अलग तरह से अपना गुस्सा जाहिर किया-
अमेरिका में भारतीय की पिटाई

अमेरिका में भारतीय की पिटाई

अमेरिका के मैडिसन शहर में एक पुलिस वाले 57 साल के भारतीय व्यक्ति की इतनी पिटाई की कि उन्हें लकवा मार गया। मामले के उछलने के बाद आरोपी पुलिस अफसर एरिक पार्कर को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
वंचितों से पूछिए वसंत का लैंडस्केप

वंचितों से पूछिए वसंत का लैंडस्केप

वन भूमि पर सामुदायिक अधिकारों के दावा फॉर्म अधिकतर जगहों पर न तो उपलब्ध कराए जा रहे हैं न उनकी जानकारी दी जा रही है। एक अनुमान के अनुसार पूरे राजस्थान में अब तक केवल 150 सामुदायिक दावे ही पेश हो पाए हैं। अधिकतर वन अधिकार समितियां निष्क्रिय होने के कारण भौतिक सत्यापन नहीं हो पा रहा है। जहां वे सक्रिय हैं वहां वन विभाग और पटवारी सहयोग नहीं कर रहे हैं। समितियों, यहां तक कि ग्राम सभाओं द्वारा सत्यापित दावों को भी नौकरशाही नहीं सत्यापित कर रही है। कुछ जगहों पर अनपढ़ लोगों को धोखे से कब्जा छोडऩे के दावे पर हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं। कहीं-कहीं दावेदारों के मौके पर काबिज होने के बावजूद काबिज नहीं होना दिखाया जा रहा है। साक्ष्यों की सूची में दावेदारों को नियमत: तीन में दो साक्ष्य मांगे जा रहे हैं। इस मामले में वन विभाग ग्राम सभाओं को भी गुमराह कर रहा है। नियमत: हर स्तर पर सत्यापन तक लोगों को बेदखल नहीं किया जा सकता लेकिन कई जगह लोगों को बीच में ही लोगों को बेदखल किया जा रहा है। गैर आदिवासी जंगलवासियों के दावे सीधे नामंजूर किए जा रहे हैं जो नियम विरुद्ध है। अभी तक 1980 के पहले के दावों का ही सत्यापन किया जा रहा है जबकि कानून 2005 तक के कब्जे मान्य होने चाहिए।
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