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Search Result : "प्रेम की खूबसूरत निशानी"

'प्रेम प्रसंग, नामर्दी' किसान आत्महत्या के कारण: राधामोहन

'प्रेम प्रसंग, नामर्दी' किसान आत्महत्या के कारण: राधामोहन

किसानों की खुदकुशी के मुद्दे पर कृषि मंत्री राधामोहन सिंह के एक जवाब ने हंगामा खड़ा कर दिया है। कृषि मंत्री की मानें तो हर साल हजारों किसान प्रेम संबंध और नामर्दी जैसी वजहों से खुदकुशी कर रहे हैं।
उसने कहा था – सौ साल पुराना प्रेम

उसने कहा था – सौ साल पुराना प्रेम

चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ की कहानी ‘उसने कहा था’ सौ साल की हो गई है। यह सिर्फ प्रेम कहानी नहीं है, बल्कि मासूम प्रेम की अभिव्यक्ति है। उसने कहा था गुलेरी जी ने सन 1915 में लिखी थी। सौ साल बाद भी इस कहानी की न रुमानियत खत्म हुई न मासूमियत।
इश्क वाकई में न्यूज नहीं

इश्क वाकई में न्यूज नहीं

फेसबुक फिक्शन श्रृंखला की दूसरी किताब इश्क कोई न्यूज नहीं को पाठकों के बीच लाने की तैयारियां जोरों पर हैं। इस पुस्तक का प्रोमो लंदन में आयोजित एक कार्यशाला के बाद अनौपचारिक रूप से लांच किया गया।
पर्यावरण प्रेम पर भारी अंग्रेजी जुमलों का प्रेम

पर्यावरण प्रेम पर भारी अंग्रेजी जुमलों का प्रेम

पर्यावरण दिवस पर पेड़ लगाने के अभियान की घोषणा की केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने, अब असल जंगल की फिक्र के बजाय शहर में जंगल उगाने पर देंगे ध्यान
गहरे हैं रंग ' कैनवास पर प्रेम ' के

गहरे हैं रंग ' कैनवास पर प्रेम ' के

विमलेश त्रिपाठी के उपन्यास 'कैनवास पर प्रेम ' के नाम ने आकर्षित किया था। नाम से कहानी का जो कुछ अंदाजा होता है वह ठीक-ठीक होते हुए भी उससे बहुत अलग भी है।
अम्मा के प्रेम में खुदकुशी की कीमत सात करोड़

अम्मा के प्रेम में खुदकुशी की कीमत सात करोड़

अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता ने अदालत से सजा सुनाए जाने के बाद खुदकुशी करने वाले अपने समर्थकों के परिजनों को सात करोड़ रुपये देने का एलान किया है।
शिमला से भी खूबसूरत कुप्पड़

शिमला से भी खूबसूरत कुप्पड़

शिमला की खूबसूरती से तो आप सभी परिचित हैं। लेकिन यदि जन्नत के नजारों के और करीब जाना चाहें तो कुप्पड़ आपका अगला पड़ाव हो सकता है। कुप्पड़ की खूबसूरती किसी भी पर्यटक का मन मोह लेने के लिए काफी है। साथ ही यहां जाकर आप एक नई जगह के बारे में जानेंगे।
खूबसूरत शांत त्रिउंड

खूबसूरत शांत त्रिउंड

पहाड़ों पर ज्यादातर गुमनाम जगहें ऐसी हैं जहां परिवार के साथ जाना संभव नहीं। पथरीले पहाड़ शायद बच्चों को पसंद भी न आएं। लेकिन हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला से लगभग 30-35 किलोमीटर पर एक खूबसूरत, शांत, धुंध के धुंए में लिपटा एक ट्रेकिंग रूट ऐसा है जो न केवल बच्चों को पसंद आएगा बल्कि आप यहां बच्चों को साथ ले जाकर पहाड़ों से उनकी दोस्ती का आगाज करवा सकते हैं।
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