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Search Result : "बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान"

लखवी पर भारत की प्रतिक्रिया  ‘बेतुकी पाकिस्तान

लखवी पर भारत की प्रतिक्रिया ‘बेतुकी पाकिस्तान

पाकिस्तान में प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा तथा विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने मुंबई हमलों के साजिशकर्ता जकी-उर-लखवी को अदालत से रिहा किए जाने पर भारत की प्रतिक्रिया को बेतुका करार दिया है।
नहीं हुई लखवी की रिहाई

नहीं हुई लखवी की रिहाई

जकिउर रहमान लखवी को जेल से उसकी रिहाई के पहले ही लोक सुरक्षा आदेश के तहत और 30 दिनों के लिए हिरासत में ले लिया है।
इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने लखवी की हिरासत रद्द की

इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने लखवी की हिरासत रद्द की

इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने वर्ष 2008 के मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड एवं लश्कर ए तैयबा के ऑपरेशन कमांडर जकीउर रहमान लखवी के हिरासत आदेश को शुक्रवार को रद्द कर दिया।
जिया की गिरफ्तारी वारंट बरकरार

जिया की गिरफ्तारी वारंट बरकरार

बांग्लादेश की एक अदालत ने बुधवार को भ्रष्टाचार के दो मामलों में विपक्ष की नेता और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट को बरकरार रखा। भ्रष्टाचार के इन मामलों में 650,000 डाॅलर से अधिक राशि के गबन का आरोप है।
गीता जौहरी के भी अच्छे दिन आये

गीता जौहरी के भी अच्छे दिन आये

मुंबई की एक विशेष अदालत ने सोहराबुद्दीन शेख और तुलसीराम प्रजापति फर्जी मुठभेड़ मामले में गुजरात की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गीता जौहरी के खिलाफ आरोपों को हटा दिया क्योंकि उनके खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए महाराष्ट्र सरकार से अनिवार्य अनुमति नहीं मिली।
पटकथा लेखक बने एआर रहमान

पटकथा लेखक बने एआर रहमान

दो बार अकादमी पुरस्कार जीत चुके संगीतकार एआर रहमान संगीत से इतर एक अलग क्षेत्र में हाथ आजमाने जा रहे हैं। नई चुनौती स्वीकार करते हुए रहमान अपनी खुद की पटकथा पर काम कर रहे हैं।
ममता-हसीना ने तीस्ता मुद्दे पर बात की

ममता-हसीना ने तीस्ता मुद्दे पर बात की

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को तीस्ता नदी के मुद्दे के समाधान में सकारात्मक भूमिका निभाने का भरोसा दिया।
हसीना के साथ उठाएंगे तीस्ता का मुद्दा: ममता

हसीना के साथ उठाएंगे तीस्ता का मुद्दा: ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि उन्होंने भूमि विवाद समझौते के संबंध में समस्याओं को सुलझा लिया है और बांग्लादेश को तीस्ता जल बंटवारे के मुद्दे पर भी उन पर भरोसा करना चाहिए।
शांति के पासे फेंकने की जरूरत

शांति के पासे फेंकने की जरूरत

निर्मला देशपांडे की पाकिस्तान में बरसी से उठी ये सदाएं मनमोहन सिंह पहुंची या यह उनकी अंत: प्रेरणा थी अथवा अमेरिकी उत्प्रेरणा, जैसा कि कुछ लोग विश्‍वास करना चाहते हैं, शर्म अल शेख के संयुक्त वक्तव्य में ब्लूचिस्तान के जिक्र के लिए राजी होकर और भारत-पाक समग्र वार्ता के लिए भारत में आतंकवादी हमले रोकने की पूर्व शर्त को ढीला करके भारतीय प्रधानमंत्री ने शांति के लिए एक जुआ खेला है। मुंबई हमले के बाद दबाव की कूटनीति से भारत को जो हासिल होना था वह हो चुका और पाकिस्तान को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकतंत्र के खिलाफ अपेक्षया गंभीर कार्रवाई के लिए बाध्य होना पड़ा। दबाव की कूटनीति की एक सीमा होती है और विनाशकारी परमाणु युद्ध कोई विकल्प नहीं हैं। इसलिए वार्ता की कूटनीति के लिए जमीन तैयार करने की जरूरत थी। ब्लूचिस्तान के जिक्र को भी थोड़ा अलग ढंग से देखना चाहिए।
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