ऑनलाइन बैंकिग,एटीएम या क्रेडिट कार्ड फ्रॉड के शिकार होने पर अब बैंक आपका पैसा वापस करेगा। ग्राहकों के हितों की रक्षा करते हुए आरबीआई ने नियमों में बदलाव किया है।
पहली जुलाई से देश में जीएसटी लागू हो जाएगा इससे न केवल देश का ढांचा बदल जाएगा बल्कि कारोबार करने के तरीकों में भी बड़े बदलाव आएंगे। बेहतर होगा कारोबारी अपनी आदत बदल लें वरना जेल के लिए तैयार रहें। यानी जीएसटी में धांधली की गुंजाइश कम होने और सब कुछ ऑन लाइन होने से आपको अपनी आदतों की कीमत चुकानी पड़ सकती है।
अपने नाम की वजह से सुर्खियों में रहने वाली फिल्म टॉयलेट: एक प्रेमकथा का आज ट्रेलर लॉन्च हो गया। पहले नाम और अब ट्रेलर के बाद हर किसी को इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार है। इससे पहले अक्षय कई दिनों से एक के बाद एक कई पोस्टर जारी कर रहे थे।
अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया अपने वीजा नियमों में बदलाव कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इस बदलाव का असर भारत सहित अन्य देशों पर पड़ने वाला है। लिहाजा भारत सरकार ने ऑस्ट्रेलिया और अमेरिकी सरकार से विचार विमर्श करने को कहा है।
इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की हिदायतों का नतीजा कहें, या फिर मानवीय जिम्मेदारी का बोध। बहरहाल, कार्यभार ग्रहण करने गये प्रदेश के पर्यावरण राज्यमंत्री उपेन्द्र तिवारी ने खुद झाडू़ लेकर अपने दफ्तर और उसके बाहर के गलियारे की सफाई की।
हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध अभिनेता अनुपम खेर ने सेंसर बोर्ड को अपनी नियम पुस्तिका पर पुनर्विचार करने की बात कही। उन्होंने कहा, सेंसर बोर्ड के दिशा-निर्देशों को लिखे हुए छह दशक से अधिक समय बीत गया है इसलिए इस पर एक बार पुनर्विचार करना चाहिए।
दिल्ली मेट्रो का स्मार्ट रखने वाले अब इसे लौटा कर इसमें जमा राशि वापस नहीं ले पाएंगे। यह नियम एक अप्रैल से लागू हो जाएगा। अब यात्रियों को कार्ड के एवज में जमा राशि ही लौटाई जाएगी। कार्ड के एवज में मेट्रो यात्रियों से 50 रुपये लेता है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज एक फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सीधी बहस की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग चुनाव का मैदान हार चुके हैं, इसीलिए उनकी भाषा बदल गई है।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह उत्तर प्रदेश में हुए दो चरणों के मतदान के बाद लगातार प्रदेश के अन्य इलाकों में प्रचार कार्यक्रम में जुट गए हैं। शाह जब भी लखनऊ में रूकते हैं सुबह पार्टी कार्यालय जरूर पहुंचते हैं और वहां से प्रदेश के अन्य इलाकों में जहां मतदान होना है वहां की स्थिति का जायजा लेते हैं। उसके बाद अपनी आगे की यात्रा के लिए निकल लेंते हैं।
किसी भी सभ्य समाज में बंधुआ मजदूरी एक कलंक है। भारत में लंबे समय से यह बुराई कायम रही है और इस खत्म करने के सरकारों के तमाम दावों के बावजूद कई जगह यह अब भी बदस्तूर जारी है।