साउथ फिल्म इंडस्ट्री के अभिनेता और निर्माता कमल हासन ने एक ओर जहां एक भारत, एक कर (जीएसटी) का समर्थन किया है। वहीं, दूसरी ओर उन्होंने कहा कि जीएसटी बिल फिल्मी बिजनेस को बरबाद कर देगा। इस पर उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो वह फिल्म इंडस्ट्री छोड़ देंगे।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की बुरी हार के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुये सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा कि उनके मना करने के बावजूद अखिलेश यादव ने कांग्रेस से गठबंधन किया।
पिछले हाल नोएडा में हुए आर्ट ऑफ लिविंंग के भव्य आयोजन से यमुना नदी को भारी नुकसान पहुंचा है। यह जानकारी एक विशेेेेषज्ञ समिति ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को दी है।
महाराष्ट्र में नगर निगम के चुनाव में अकेले उतरने का निर्णय लेने के बाद शिवसेना ने आज भाजपा पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि हिंदुत्व और महाराष्ट्र की हितों की खातिर भगवा पार्टी के साथ गठबंधन करके उसने 25 साल का समय बर्बाद कर दिया।
नोटबंदी के ऐलान के बाद मोदी सरकार ने दावा किया था कि इससे काला धन बर्बाद होगा लेकिन जिस तेजी से बैंकों में पुराने नोटों के भंडार भर रहे हैं, उससे ये दावे खोखले साबित होते नजर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को बंद कर दिए जाने के के बाद सरकार खुद अपने अनुमानों में घिरती नजर आ रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को अपना पूरा समर्थन देते हुए उनकी काफी तारीफ की। ओबामा फिलाडेल्फिया में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हिलेरी अपने पति और पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और उनके मुकाबले अमेरिका का नेतृत्व करने के लिए ज़्यादा काबिल हैं। अोबामा ने कहा कि अगर डोनाल्ड ट्रंप जीते तो वह अमेरिका को बर्बाद कर देंगे।
पंजाब में कपास की फसल के नुकसान के बाद अब मटर उत्पादक किसानों ने घटिया बीज आपूर्ति की शिकायत की है। किसानों का आरोप है कि राज्य के कृषि विभाग ने घटिया गुणवत्ता के बीज की आपूर्ति की है जिससे फसल में देरी हुई है।
फसल की बर्बादी और उचित मदद न मिलने से किसानों की खुदकुशी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। आज पंजाब और मध्य प्रदेश से किसानों की कथित खुदकुशी की खबरें आई हैं जबकि कल आंध्र प्रदेश में एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी।
23 अप्रैल 2015 को दौसा के गजेंद्र सिंह के रूप में देश के हाहाकार ने जंतर-मंतर पर दम तोड़ दिया। उसकी चीखती खामोशी को सत्ता और मीडिया की धडक़नों में एक और हाहाकार के रूप में धड़कना चाहिए था।