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Search Result : "बसपा चुनावी सभा"

उप्र में 11 फरवरी से आठ मार्च तक सात चरणों में होगा मतदान

उप्र में 11 फरवरी से आठ मार्च तक सात चरणों में होगा मतदान

निर्वाचन आयोग ने बुधवार को पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के तहत 11 फरवरी से लेकर आठ मार्च तक सात चरणों में मतदान होगा। वहीं, पंजाब और गोवा में एक ही दिन चार फरवरी को मतदान होगा तथा उत्तराखंड में 15 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। मणिपुर में दो चरणों में चार और आठ मार्च को मतदान होगा। इन सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव की मतगणना 11 मार्च को होगी।
लगता है मोदी स्वीकार कर चुके हैं हार : मायावती

लगता है मोदी स्वीकार कर चुके हैं हार : मायावती

बसपा पर जातिवादी पार्टी होने के विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए पार्टी सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हार स्वीकार चुके हैं और इसीलिए वह कह रहे हैं कि अगले विधानसभा चुनाव पार्टी की जीत या हार का मुद्दा नहीं है।
दलित की बेटी होना भ्रष्टाचार के लिए लाइसेंस नहीं: पासवान

दलित की बेटी होना भ्रष्टाचार के लिए लाइसेंस नहीं: पासवान

बसपा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई को दलित से जोड़ने के लिए मायावती की आलोचना करते हुए केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने आज कहा कि उनका दलित होना उन्हें भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का लाइसेंस नहीं देता है और उन्हें कानून को अपना काम करने देना चाहिए।
बसपा पर वित्तीय धांधली का आरोप भाजपा की घिनौनी साजिश : मायावती

बसपा पर वित्तीय धांधली का आरोप भाजपा की घिनौनी साजिश : मायावती

बसपा प्रमुख मायावती ने देश में नोटबंदी के बाद अपने भाई और बसपा के खाते में 100 करोड़ से ज्यादा रुपये जमा किये जाने सम्बन्धी खबरों को उनकी छवि खराब करने की केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा की साजिश करार देते हुए दावा किया कि नोटबंदी के कारण बौखलाये भगवा दल की इस घिनौनी हरकत से बसपा को ही राजनीतिक फायदा होगा।
नोटबंदी के बाद खाते में आए104 करोड़, आज सफाई देंगी माया

नोटबंदी के बाद खाते में आए104 करोड़, आज सफाई देंगी माया

बसपा के एक खाते में नोटबंदी के बाद 104.36 करोड़ रुपये नकद जमा करने की बात सामने आने के बाद पार्टी सुप्रीमों मायावती संकट में हैं। हालांकि आज 12 बजे उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की घोषणा की है और उम्मीद जताई जारही है कि वो इस रकम के बारे में कुछ सफाई दे सकती हैं।
भाजपा की मंजूरी पर होगा सपा-कांग्रेस गठजोड़ : मायावती

भाजपा की मंजूरी पर होगा सपा-कांग्रेस गठजोड़ : मायावती

बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस का गठजोड़ तभी होगा, जब भाजपा उसकी मंजूरी दे। ऐसे गठजोड़ से फायदा और नुकसान का आकलन करने के बाद ही भाजपा ऐसे गठजोड़ के लिए हरी झंडी देगी।
नूर मेरा नहीं, शाह और मोदी के चेहरे का उतरा : मायावती

नूर मेरा नहीं, शाह और मोदी के चेहरे का उतरा : मायावती

बसपा सुप्रीमो मायावती ने नोटबंदी पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की नूर उतर जाने वाली टिप्पणी पर पलटवार करते हुए आज कहा कि नूर उनका (मायावती) नहीं, बल्कि शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे का उतर चुका है क्योंकि नोटबंदी से देश की जनता को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
हंगामे की भेट चढ़ा यूपी विधानसभा का प्रश्नकाल, भाजपा ने मांगा आजम खान का इस्तीफा

हंगामे की भेट चढ़ा यूपी विधानसभा का प्रश्नकाल, भाजपा ने मांगा आजम खान का इस्तीफा

बुलंदशहर सामूहिक बलात्कार कांड मामले में विवादास्पद बयान देने वाले उत्तर प्रदेश के मंत्री आजम खां के इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा सदस्यों के और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर बसपा सदस्यों के हंगामे की वजह से विधानसभा में आज प्रश्नकाल नहीं हो सका।
बडे़ नेताओं के बसपा छोड़ने से अविचलित मायावती के निशाने पर रहे मोदी और अखिलेश

बडे़ नेताओं के बसपा छोड़ने से अविचलित मायावती के निशाने पर रहे मोदी और अखिलेश

बहुजन समाज पार्टी ने इस गुजरते साल में जहां अपने कई कद्दावर नेताओं को पार्टी का दामन छोड़ते देखा। वहीं नोटबंदी ने पार्टी को एक एेसा मुद्दा दे दिया जिससे वह भारतीय जनता पार्टी पर सीधे निशाना साध सकी। इसके साथ ही पार्टी को विश्वास है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में जीत उसके ही हाथ लगेगी। मायावती को यह भी विश्वास है कि इस बार अल्पसंख्यक विशेषकर मुसलमान उनके साथ होंगे।
भाड़े की भीड़ जुटती है प्रधानमंत्री की रैलियों में- मायावती

भाड़े की भीड़ जुटती है प्रधानमंत्री की रैलियों में- मायावती

बसपा प्रमुख मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उत्‍तर प्रदेश के बहराइच में आयोजित रैली पर निशाना साधा है। मायावती ने परिवर्तन रैली को फ्लाप बताते हुये कहा कि पूर्व की रैलियों की तरह ही इस बार भी अधिकांशतः जिले के बाहर के भाड़े की लोगों की व टिकटार्थियों द्वारा स्वार्थ की ही भीड़ इकट्ठा हुई जो उम्मीद के हिसाब से बहुत ही कम थी।
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