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Search Result : "बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन"

बांग्लादेशी निर्देशक की अंतरराष्ट्रीय फिल्म में नजर आएंगे इरफान

बांग्लादेशी निर्देशक की अंतरराष्ट्रीय फिल्म में नजर आएंगे इरफान

अपने संजीदा अभिनय के लिए मशहूर इरफान खान जल्द ही जाने-माने बांग्लादेशी निर्देशक मुस्तफा सरवर फारूकी के निर्देशन में बनने वाली अंतरराष्ट्रीय फिल्म नो बेड ऑफ रोजेज में मुख्य भूमिका में नजर आएंगे।
टी20 में भारत के लिए गेम चेंजर है हार्दिक : धोनी

टी20 में भारत के लिए गेम चेंजर है हार्दिक : धोनी

पहली ही गेंद से बड़े शॉट खेलने की हार्दिक पंड्या की क्षमता से प्रभावित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि यह युवा खिलाड़ी अपनी हरफनमौला प्रतिभा से टी20 में भारत के लिये गेम चेंजर साबित हुआ है। पंड्या ने 18 गेंद में 31 रन बनाने और 23 रन देकर एक विकेट लिया। भारत ने एशिया कप के पहले मैच में बांग्लादेश को 45 रन से मात दी।
लोकसभा में चुनाव कानून संशोधन विधेयक 2016 पेश

लोकसभा में चुनाव कानून संशोधन विधेयक 2016 पेश

भारत और बांग्लादेश के बीच क्षेत्रों की अदला बदली के बाद पश्चिम बंगाल में संसदीय क्षेत्रों के परिसीमन की पहल और इस क्रम में देश के नागरिक बने लोगों को मतदान का अधिकार प्रदान करने वाला एक विधेयक लोकसभा में पेश किया गया। इसके तहत दो चुनाव कानूनों में संशोधन किए जाएंगे।
आईएसआईएस ने ही की बांग्लादेश में हिंदू पुजारी की हत्या

आईएसआईएस ने ही की बांग्लादेश में हिंदू पुजारी की हत्या

खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने बांग्लादेश में भारत की सीमा से सटे एक मंदिर के हिंदू पूजारी की नृशंस हत्या का दावा किया है। बंदूक और चाकू के इस्तेमाल से की गई पुजारी की हत्या हिंदुओं के खिलाफ इस आतंकी संगठन का पहला हमला है।
‘बड़े शौक से सुन रहा था जमाना, तुम्ही सो गए दास्तां कहते-कहते’

‘बड़े शौक से सुन रहा था जमाना, तुम्ही सो गए दास्तां कहते-कहते’

यह लगभग चार साल पहले की बात है। भारत में अफसानानिगार सआदत हसन मंटों की 100वीं जन्मशताब्दी मनाई जा रही थी। दिल्ली और पंजाब में कई कार्यक्रम आयोजित हो रहे थे। इस सिलसिले में एक कार्यक्रम दिल्ली में भी आयोजित हुआ जिसमें मंटो पर बात करने के लिए पाकिस्तान से कई अफसानानिगार और बुद्धिजीवि आए। उसी कार्यक्रम में पाकिस्तान के मशहूर उर्दू कहानिकार और पत्रकार इंतिजार हुसैन भी आए थे। वहीं उनसे पहली मुलाकात रही। हमेशा से इंतिजार हुसैन उतने ही भारतीयों के भी रहे जितने वह पाकिस्तान के थे। वह भी मंटो की बेबाक लेखनी के दीवाने थे। इंतजार साहब का जन्म पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के दिबाई गांव में हुआ था। मंगलवार को 93 वर्षीय इस लेखक का पाकिस्तान में निधन हो गया। भारत में किस प्रकार सोशल मीडिया पर लोगों ने इंतिजार साहब को याद किया-
एक से ज्यादा बीवी तो यूपी में नहीं बन पाएंगे उर्दू शिक्षक

एक से ज्यादा बीवी तो यूपी में नहीं बन पाएंगे उर्दू शिक्षक

उत्तर प्रदेश में साढ़े तीन हजार उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति होनी है। इस संबंध में जारी शासनादेश में एक से ज्यादा शादियां करने वालों को आवेदन के लिए अयोग्य ठहराया गया है। सरकार के इस फैसले का ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने विरोध करते हुए इसे मुसलमानों के शरई अधिकारों का हनन करार दिया है।
1971 के भारत-पाक युद्ध के हीरो लेफ्टिनेंट जनरल जैकब का निधन

1971 के भारत-पाक युद्ध के हीरो लेफ्टिनेंट जनरल जैकब का निधन

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में हुए युद्ध में अद्भुद कुशलता का प्रदर्शन कर दुश्मनों को घुटने टेकने पर मजबूर कर देने वाले लेफ्टिनेंट जनरल जे एफ आर जैकब का आज निधन हो गया। लेफ्टिनेंट जनरल जैकब ने युद्ध के बाद ढाका में पकिस्तानी सैनिकों के आत्मसमर्पण का रास्ता हमवार किया था। जैकब को बांग्लादेश की आजादी में अहम भूमिका अदा करने के लिए भी याद किया जाता है।
अब पासवान ने छेड़ा भारत, पाक, बांग्लादेश परिसंघ का राग

अब पासवान ने छेड़ा भारत, पाक, बांग्लादेश परिसंघ का राग

केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने कहा है कि भारतीय उप महाद्वीप क्षेत्र से आतंकवाद को उखाड़ फेंकने के लिए भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश का परिसंघ बनाया जाना चाहिए। पासवान ने यहां पीटीआई-भाषा से कहा, भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश का एक परिसंघ जिसकी यूरोपीय संघ के यूरो की तर्ज पर एक मुद्रा हो, का गठन किया जाना चाहिए ताकि समस्याओं का समाधान निकाला जा सके।
एक होंगे भारत-पाक-बांग्लादेश, बनेगा अखंड भारत: राम माधव

एक होंगे भारत-पाक-बांग्लादेश, बनेगा अखंड भारत: राम माधव

भाजपा महासचिव राम माधव ने कहा है कि आरएसएस का मानना है कि भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश एक दिन सहमति से एक होंगे और अखंड भारत का निर्माण होगा। ऐसा युद्ध के माध्यम से नहीं बल्कि सद्भावना के जरिये होगा।
उर्दू अदब की कहानी,शायर हनफी की जुबानी

उर्दू अदब की कहानी,शायर हनफी की जुबानी

‘गजल एक लंबी यात्रा तय करती हुई, वस्ल की रात, महबूब की जुल्फें, हिज्र, सनम की बेरुखी, रुखसार, हुस्न और इश्क के सांचे से निकल चुकी है।‘ ऐसा कहना है कि उर्दू के मशहूर अफसानानिगार और गजलकार मुजफ्फर हनफी का। वह कहते हैं, ‘ लोग मानते हैं कि गजल औरतों से गुफ्तगू करने का नाम है, जो इश्कमिजाजी से लबरेज रहती है जबकि गजल अब विषय पर केंद्रित हो चुकी है। यहां तक कि गालिब जैसों ने भी विषयों पर गजलें लिखी है लेकिन यह अलग बात है कि गजल के उस रूप को तवज्जो कम मिली।
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