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Search Result : "बिना काम की सैलरी"

इश्क बिना लाग-लपेट वाला

इश्क बिना लाग-लपेट वाला

‘1920’, ‘एक पहेली लीला’ जैसी फिल्मों में काम कर चुके रजनीश दुग्गल इस बार डायरेक्ट इश्क ले कर आ रहे हैं। इस शुक्रवार यानी 19 फरवरी को यह फिल्म दर्शकों के सामने होगी। ‘डायरेक्ट इश्क’ के जरिये बनारस की जमीन और वहां की संस्कृति के बीच पनपी एक अनोखी रोमांटिक कॉमेडी कहानी परदे पर आ रही है।
चर्चा : संवाद बिना नहीं संसद। आलोक मेहता

चर्चा : संवाद बिना नहीं संसद। आलोक मेहता

लोकतंत्र में असहमति् और प्रतिपक्ष अपरिहार्य है। भारी बहुमत के बावजूद सत्तारूढ़ पक्ष को यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि मंत्री या अधिकारी निरंकुश न हो जाएं। इस दृष्टि से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद के बजट सत्र से पहले प्रतिपक्ष के नेताओं के साथ्‍ा बैठक की सही पहल की है।
समाज सुधार के काम को आगे बढ़ाती हैं खाप पंचायतें: सीएम खट्टर

समाज सुधार के काम को आगे बढ़ाती हैं खाप पंचायतें: सीएम खट्टर

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि खाप पंचायतें समाज की उपयोगी संस्थाएं हैं जो समाज सुधार के काम को आगे बढ़ाती हैं। एकाध गलती के कारण खाप पंचायतों को पूरी तरह गलत नहीं ठहराया जा सकता। खट्टर ने कहा कि खाप पंचायतों का अपना मजबूत आधार है और उन पर प्रतिबंध लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
चर्चाः उच्च सदन, ऊंचे पद, काम अधूरे | आलोक मेहता

चर्चाः उच्च सदन, ऊंचे पद, काम अधूरे | आलोक मेहता

प्रसिद्ध पत्रकार और राज्यसभा के पूर्व सदस्य कुलदीप नायर ने बहुत पहले यह कानूनी लड़ाई लड़ी थी कि संसद के उच्च सदन में मूलतः संबंधित प्रदेश के नेता को ही चुने जाने का प्रावधान हो। श्री नायर यह लड़ाई जीत नहीं सके, लेकिन विभिन्न प्रदेशों के लोग, प्रादेशिक नेता और कार्यकर्ता बाहरी नेताओं को फूलमालाएं पहनाने और जय-जयकार करने के बाद भी मन से दुःखी और दर्द झेलते रहे। इसलिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर नरेंद्र मोदी द्वारा असम की अनदेखी तथा योजनाओं का क्रियान्वयन न करने के आरोप राजनीतिक होने के बावजूद सही हैं।
सत्ता और जनता के बीच सेतु का काम करुंगी- डॉ. मीसा भारती

सत्ता और जनता के बीच सेतु का काम करुंगी- डॉ. मीसा भारती

राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव की बेटी डॉ. मीसा भारती भले ही लोकसभा का चुनाव हार गई हों लेकिन राजनीतिक सक्रियता बरकरार है। मीसा जनता के बीच बेहतर संवाद बनाए हुए हैं और भविष्य के लिए रणनीति तैयार कर रही हैं। आने वाले दिनों में मीसा की राजनीतिक भूमिका क्या होगी। इसको लेकर आउटलुक के विशेष संवाददाता ने विस्तार से बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश-
किसी की मर्जी और पसंद से काम नहीं कर सकता लोकतंत्र : मोदी

किसी की मर्जी और पसंद से काम नहीं कर सकता लोकतंत्र : मोदी

इन दिनों लगातार संसद की कार्यवाही में पड़ रहे व्यवधान से दुखी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज परोक्ष रूप से विपक्ष के रवैये पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र किसी की मर्जी और पसंद के हिसाब से काम नहीं कर सकता।
बिना पूर्व शर्त भारत के साथ वार्ता के लिए तैयार: नवाज शरीफ

बिना पूर्व शर्त भारत के साथ वार्ता के लिए तैयार: नवाज शरीफ

एक अहम घटनाक्रम में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संकेत दिए हैं कि पाकिस्तान भारत के साथ बिना किसी पूर्व शर्त के वार्ता के लिए तैयार है।
बिना सब्सिडी वाले एलपीजी के दाम 27.50 रुपये बढ़े

बिना सब्सिडी वाले एलपीजी के दाम 27.50 रुपये बढ़े

विमान ईंधन के मूल्य में मामूली रूप से कटौती की गई है जबकि बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस की कीमत में 27.50 रपये वृद्धि की गई है। दामों में बदलाव वैश्विक रुख के अनुरूप है।
आइटम सॉन्ग के बिना तितली

आइटम सॉन्ग के बिना तितली

एक हिट गीत फिल्म का प्रचार करने में मददगार होता है और दिबाकर बनर्जी से बेहतर इसे कोई नहीं जान सकता। हालांकि वह निर्देशक कनु बहल को अपनी आने वाली फिल्म तितली में एक तड़क-भड़क वाला गीत शामिल करने के लिए नहीं मना सके।
समाज का चितेरा

समाज का चितेरा

सामाजिक ताना-बाना समझना किसी के लिए भी आसान नहीं है। इस जटिलता को भी असगर वजाहत ने बहुत अच्छी तरह न सिर्फ समझा बल्कि उसे बयान करने का शिल्प भी कमाल का है। यह शब्द जाने-माने साहित्यकार सर्वेश्वर दयाल सक्सेना के हैं, जो उन्होंने असगर वजाहत की कहानियों को पढ़ने के बाद कहे थे।