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Search Result : "बुआ-भतीजा वाली राजनीति"

35 साल बाद भी क्रिकेट राजनीति में अब्‍दुल्‍ला नॉट आउट

35 साल बाद भी क्रिकेट राजनीति में अब्‍दुल्‍ला नॉट आउट

नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूख अब्‍दुल्‍ला को हटाकर उनकी जगह राज्‍य के खेल मंत्री इमरान अंसानी को जम्‍मू-कश्‍मीर क्रिकेट संघ (जेकेसीए) का नया अध्‍यक्ष चुना गया है। लेकिन इस चुनाव पर अदालत की रोक के चलते अब्‍दुल्‍ला जेकेसीए की पिच पर नॉट आउट बने हुए हैं।
मोदी के सीने को 5.6 इंच का कर देंगेः राहुल

मोदी के सीने को 5.6 इंच का कर देंगेः राहुल

भूमि विधेयक को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला तेज करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जयपुर में शुक्रवार को कहा कि यदि भूमि विधेयक मानसून सत्र के दौरान संसद में आता है तो उनकी पार्टी इसे पारित नहीं होने देगी। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर चुटकी लेते हुए कहा कि किसान छह महीने में उनके 56 इंच के सीने को 5.6 इंच के सीने में बदल कर रख देंगे और एक इंच भी जमीन नहीं छोड़ेंगे।
डायपर बेबी हैं राहुल गांधी : भाजपा

डायपर बेबी हैं राहुल गांधी : भाजपा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राहुल गांधी के हमले के कुछ ही देर बाद भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष अब भी डायपर बेबी हैं। राहुल ने भूमि विधेयक और ललित मोदी विवाद सहित कई मुद्दों पर केंद्र और राजस्थान सरकारों को निशाना बनाया तो भाजपा सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी तुरंत ही प्रेस ब्रीफिंग कर राहुल पर पलटवार किया।
भाजपा के रथ के सामने टमटम उतारेंगे लालू

भाजपा के रथ के सामने टमटम उतारेंगे लालू

राजद टमटम (तांगा) के जरिये भाजपा के परिवर्तन रथ का मुकाबला करेगा, जिसे विधानसभा चुनाव से पहले राजग की नीतियों के बारे में जनता को अवगत करने के लिए बिहार में निकाला जा रहा है। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी 1000 टमटमों के साथ 160 परिवर्तन रथों का मुकाबला करेगी।
भूमि विधेयक पर नीति आयोग राजनीति की काली छाया

भूमि विधेयक पर नीति आयोग राजनीति की काली छाया

मानसून पूर्व नीति आयोग की राजनीति से लोकसभा के मानूसन सत्र और भूमि अधिग्रहण विधेयक पर घनघोर काली घटाएं मंडराने लगी हैं। मतलब लोकसभा में गर्जन-तर्जन होगा, बिजली कड़केगी, विपक्ष की बौछार तेज पड़ेे और संसद बाधित होती। 21 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है और इस सत्र से पहले नीति आयोग की बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
व्यापमः सीबीआई जांच क्‍या बदलेगी मध्‍य प्रदेश की सियासत

व्यापमः सीबीआई जांच क्‍या बदलेगी मध्‍य प्रदेश की सियासत

व्यापमं की जांच आखिरकार सीबीआई के पास पहुंच गई। अब तक करीब 45 जानों की लील चुके इस घोटाले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित राज्यपाल तक घिरे हैं। पिछले कुछ दिनों में जिस तेजी से घटनाक्रम बदला है, उससे साफ है कि मध्यप्रदेश की सियासत में भारी उथल-पुथल होनी है।
श्रीनगर में इफ्तार पार्टी दे सकते हैं पीएम मोदी

श्रीनगर में इफ्तार पार्टी दे सकते हैं पीएम मोदी

पिछले साल कश्‍मीर के बाढ़ पीडि़तों के साथ दीपावली मनाने के बाद अब पीएम मोदी श्रीनगर में ईद मना सकते हैं। उनकी ओर से श्रीनगर में एक इफ्तार पार्टी के आयोजन की अटकलें भी लगाई जा रही हैं।
कवर स्‍टोरी: ललितगेट में जेटली की जिम्‍मेदारी

कवर स्‍टोरी: ललितगेट में जेटली की जिम्‍मेदारी

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने एक दिवसीय मैचों से बैटिंग पावरप्ले भले ही हटा दिया हो, ललित मोदी कांड के बाद लगातार रहस्योद‍्घाटनों से लगता है कि भारतीय क्रिकेट में पावर प्ले और मनी प्ले यानी राजनीति और धन के गठजोड़ का वर्चस्व अपूर्व है। इसमें अपनी करतूतों के कारण विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जनमत में धुनाई के बाद अब वित्त मंत्री की बारी है।
व्‍यापमं घोटाला: एक ही दिन दो आरोपियों की संदिग्ध मौत

व्‍यापमं घोटाला: एक ही दिन दो आरोपियों की संदिग्ध मौत

मध्य प्रदेश की राजनीति में तूफान खड़ा करने वाले व्यापमं घोटाले से जुड़े आरोपियों की संदिग्ध मौतों का सिलसिला जारी है। एक ही दिन के अंदर घोटाले से जुड़े दो और आरोपियों की मौत हो गई है। एक आरोपी इंदौर की सेंट्रल जेल में बंद था जबकि दूसरा ग्वालियर में जमानत पर था। दोनों की मौत रविवार को तकरीबन एक ही समय पर हुई है। इस तरह इस मामले में अब तक करीब 40 आरोपियों की मौत हो चुकी है।
आपातकाल की बरसी: दु:स्वप्न से ऐन पहले

आपातकाल की बरसी: दु:स्वप्न से ऐन पहले

वर्ष 1975 की 25 जून को इंदिरा गांधी सरकार ने आंतरिक आपातकाल की घोषणा की और भारतीय राजनीति के इस काले अध्याय से जुड़ी घटनाओं को तब अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्‍सप्रेस की एमसीडी बीट कवर करने वाली पत्रकार कूमी कपूर ने किताब की शक्‍ल दी है। यहां हम इस पुस्तक के कुछ अंशों को पाठकों के सामने ला रहे हैं जिनमें आपातकाल से ठीक पहले की घटनाओं का जिक्र है।
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