विश्व के चोटी के पहलवान अगले महीने शुरू होने वाली दूसरी पेशेवर कुश्ती लीग (पीडब्ल्यूएल) में भाग लेंगे और आयोजकों का दावा है कि यह पिछली बार की तुलना में अधिक बड़ी और बेहतर होगी।
उड़न सिख मिल्खा सिंह ने आज सलाह दी कि भविष्य में ओलंपिक जैसे कई खेलों वाले वैश्विक आयोजनों में बेहतर नतीजों के लिए राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ को केंद्रीय खेल मंत्री बनाया जाए।
हैप्पी भागती है लेकिन अपने दर्शकों को हंसा-हंसा कर भागती है। यह मिलावट के साथ असली फिल्लम है। सच्ची। हैप्पी (डायना पेंटी) के किरदार में खिलंदड़पन है पर वह जब वी मेट की गीत नहीं है। बग्गा प्रेम का दुखयिरा है पर यह तनु वेड्स मनु का राजा अवस्थी भी नहीं है। फिर भी यह मजेदार है और दिमाग पर बोझ नहीं डालती।
पूर्व पाकिस्तानी राजनयिक हुसैन हक्कानी का कहना है कि बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे जटिल क्षेत्र है और इस अशांत प्रांत के कई भाग ऐसे हैं जिन पर पाकिस्तान की सरकार का ही नियंत्रण नहीं है। अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने ‘द अटलांटा’ पत्रिका को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे जटिल क्षेत्र है और दुर्भाग्यवश लोग वहां समस्याओं को सरल करने की कोशिश करते हैं।
दिग्गज एथलीट मिल्खा सिंह ने मंगलवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) पर जमकर हमला बोला और उसे रियो ओलंपिक में भारतीय खिलाडि़यों के खराब प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया।
बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान को भारतीय ओलंपिक दल का सद्भावना दूत नियुक्त किए जाने पर आज हंगामा शुरू हो गया। स्टार पहलवान योगेश्वर दत्त और महान स्प्रिंटर मिल्खा सिंह ने इस फैसले पर सवाल उठाया जबकि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और कुछ अन्य एथलीटों ने इस फैसले का समर्थन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय परमाणु सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज सुबह वाशिंगटन पहुंचे। इस सम्मेलन में करीब 50 देशों के शीर्ष नेता परमाणु हथियारों और सामग्री के खतरे के आकलन और इस बारे में विचार साझा करेंगे।
दिल चाहता है फिल्म के निर्देशक और संगीतमय रॉक ऑन और मिल्खा सिंह पर बनी फिल्म के जरिये फरहान अख्तर फिल्म की दुनिया का जाना पहचाना चेहरा बन चुके हैं। अब से हटकर उनकी इच्छा एक काल्पनिक टीवी शो बनाने की है।
सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए चार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके प्रसिद्ध गीतकार, पटकथाकार और कवि जावेद अख्तर ने एक समय किसी छोटे शहर भाग जाने और वहां किसी छद्म नाम के साथ रहने के बारे में सोचा था क्योंकि उन्हें लगा था कि वह अब और लेखन नहीं कर सकते।