Advertisement

Search Result : "मनसुख मंडाविया की कहानी"

केएस तूफान की कहानी - बुद्धिमत्ता

केएस तूफान की कहानी - बुद्धिमत्ता

3 जून 1944 को नजीबाबाद, जिला बिजनौर में जन्म। लहरों का संघर्ष लघुकथा संग्रह। स्वप्न भंग, टूटते संवाद कहानी संग्रह। नारी - तन मन गिरवी, कब तक (नारी विमर्श), सफाई का नरक (दलित विमर्श) और अंधेरे में रोशनी (दलित संघर्ष) पर निबंध संग्रह। कई पुरस्कारों से सम्मानित।
हनीफ मदार की कहानी 'जश्न -ए-आजादी'

हनीफ मदार की कहानी 'जश्न -ए-आजादी'

‘हंस’, ‘वर्तमान साहित्य’, ‘परिकथा’, ‘उद्भावना’, ‘वागर्थ, ‘समरलोक, अभिव्यक्ति, सुखनवर, लोकगंगा, युगतेवर, लोक संवाद और दैनिक जागरण में कहानी प्रकाशित। कहानी संग्रह - ‘बंद कमरे की रोशनी।’ अनेक लेखकों की महत्वपूर्ण कृतियों की दर्जनों समीक्षाओं के अलावा नाट्य समीक्षाएं। नाटक एवं नाट्य रुपांतरण। प्रेमचंद, मंटो, ज्ञानप्रकाश विवेक आदि की कई कहानियों का नाट्य रुपांतरण ‘संकेत रंग टोली द्वारा मंचित। ‘जन सिनेमा द्वारा निर्मित एवं ज्ञानप्रकाश विवेक की कहानी ‘कैद’ पर बनी हिंदी फिल्म के लिए पटकथा एवं संवाद लेखन।
उर्दू अदब की कहानी,शायर हनफी की जुबानी

उर्दू अदब की कहानी,शायर हनफी की जुबानी

‘गजल एक लंबी यात्रा तय करती हुई, वस्ल की रात, महबूब की जुल्फें, हिज्र, सनम की बेरुखी, रुखसार, हुस्न और इश्क के सांचे से निकल चुकी है।‘ ऐसा कहना है कि उर्दू के मशहूर अफसानानिगार और गजलकार मुजफ्फर हनफी का। वह कहते हैं, ‘ लोग मानते हैं कि गजल औरतों से गुफ्तगू करने का नाम है, जो इश्कमिजाजी से लबरेज रहती है जबकि गजल अब विषय पर केंद्रित हो चुकी है। यहां तक कि गालिब जैसों ने भी विषयों पर गजलें लिखी है लेकिन यह अलग बात है कि गजल के उस रूप को तवज्जो कम मिली।
टेकचंद की कहानी - बछड़ा मरा हुआ

टेकचंद की कहानी - बछड़ा मरा हुआ

कहानी मोर का पंख के लिए राजेन्द्र यादव हंस कथा सम्मान, हरियाणा दलित साहित्य अकादमी द्वारा डॉ. आंबेडकर विशिष्ट सेवा सम्मान। अज्ञेय एक समग्र अवलोकन, दौड़ तथा अन्य कहानियां, मोर का पंख तथा अन्य कहानियां और भाषा साहित्य और सर्जनात्मकता नाम से पुस्तकें। दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रद्धानंद महाविद्य़ालय में अध्यापन।
हुस्न तब्बसुम ‘निहां’ की कहानी - निर्मम अंधेरे

हुस्न तब्बसुम ‘निहां’ की कहानी - निर्मम अंधेरे

यह ऐसी नासमझी भरी दास्तां है, जो एक लड़की को कैसे अपने प्रेमी से बिछोह देती है और लोगों के बीच हंसी का पात्र बना देती है। यह एक लड़की के भोलेपन की कहानी है, जो दुनियादारी को नहीं समझती और अपने जीवन को लगभग खराब करने की स्थिति तक पहुंचा देती है। उसकी पढ़ाई छूट जाती है सो अलग। इस कहानी में लेखिका ने एक लड़की के जीवन की कई परतों पर एक साथ काम किया है।
स्त्री की मार्मिक दशा बयान करती कहानी - निकाह

स्त्री की मार्मिक दशा बयान करती कहानी - निकाह

लंबे समय से लेखन। लघु कथाओं पर विशेष काम। लघुकथा पर पहली पुस्तक, दिन अपने लिए सन 2014 में अयन प्रकाशन से प्रकाशित। इस पुस्तक के लिए दिल्ली हिंदी अकादमी से अनुदान प्राप्त। सात लघु कथा लेखकों के सम्मिलित कथा संग्रह खिड़कियों पर टंगे लोग पुस्तक में लघु कहानियां प्रकाशित।
अशोक मिश्र की कहानी: किरदार

अशोक मिश्र की कहानी: किरदार

सपनों की उम्र लघुकथा संग्रह। मीडिया का अंतर्पक्ष, संपादित पुस्तक। कहानी संग्रह दीनानाथ की चक्की शीघ्र प्रकाश्य। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा से प्रकाशित पत्रिका बहुवचन के संपादक।
प्रज्ञा पांडेय की कहानी: तस्दीक

प्रज्ञा पांडेय की कहानी: तस्दीक

संस्कृत में एमए के बाद बीएड। साहित्यिक अभिरुचियों के चलते कहानी लेखन की ओर झुकाव। पहली कहानी हंस में प्रकाशित। इसके बाद विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में कहानियां और लेख प्रकाशित। कृष्ण बिहारी के संपादन में आबूधाबी से निकलने वाली पहली हिंदी पत्रिका निकट में कार्यकारी संपादक। लखनऊ में निवास।
'ऑपरेशन अक्षरधाम’: भारतीय राज्य के विश्वासघात की कहानी

'ऑपरेशन अक्षरधाम’: भारतीय राज्य के विश्वासघात की कहानी

ऑपरेशन अक्षरधाम किताब अक्षरधाम मंदिर पर हमले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में नए सिरे से जांच-पड़ताल करने की जरूरत को रेखांकित करती है। इस घटना मे असली अपराधी फिलहाल लापता हैं, हालांकि उनके बारे में संकेत मौजूद हैं। गहरी जांच-पड़ताल व गंभीर राजनीतिक विश्लेषण के साथ, और जोखिम उठाकर, लिखी गयी 'ऑपरेशन अक्षरधाम’ बहुत जरूरी, प्रासंगिक व महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं।
उषाकिरण खान की कहानी: राधा नागरि

उषाकिरण खान की कहानी: राधा नागरि

पद्मश्री से सम्मानित हिंदी -मैथिली की चर्चित लेखिका। भामति एक अविस्मरणीय प्रेम कथा के लिए मैथिली का साहित्य अकादमी पुरस्कार। सृजनहार उपन्यास के लिए कुसुमांजलि फाउंडेशन पुरस्कार।
Advertisement
Advertisement
Advertisement