इस बीच रामचंद्र गुहा ने ट्वीट कर वर्तमान मोदी सरकार पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधते हुए लिखा, 'अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि किसी पुस्तक या लेख का जवाब दूसरी पुस्तक या लेख ही हो सकते हैं। लेकिन हम अब वाजपेयी के भारत में नहीं रह रहे।'
सुनील सीरीज का उपन्यास उनका पहला उपन्यास था और यह 1963 में पब्लिश हुआ था। यह उपन्यास पुराने गुनाह नए गुनहगार पत्रिका नीलम जासूस में प्रकाशित हुआ था। इसके बाद खोजी पत्रकार सुनील चक्रवर्ती को लेकर उन्होंने 100 किताबों की श्रृंखला की।