मुंबई के गिरगांव चौपाटी पर 'मेक इन इंडिया' सप्ताह के तहत आज रात हो रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान मंच पर भीषण आग लग गई। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
अहमदनगर के शनि शिंगणापुर मंदिर स्थित पवित्र चबूतरे पर महिलाओं के प्रवेश पर रोक की सदियों पुरानी परंपरा तोड़ने की कोशिश को पुलिस द्वारा विफल किये जाने के एक दिन बाद ग्राम सभा ने भूमाता ब्रिगेड और उसके कार्यकर्ताओं की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया है।
आम आदमी के निवाले से दूर होती दालों के पीछे जमाखोरी और कालाबाजारी का बड़ा खेल है। देश के कई राज्यों में हुई छापेमारी के दौरान अब तक महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा दाल पकड़ी गई है।
आम आदमी पार्टी के पंजाब इकाई के असंतुष्ट नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जालंधर में एक बैठक कर पार्टी छोडने का एेलान करते हुए एक नए फ्रंट का गठन किया है। वहीं आप की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष सुभाष वारे ने पार्टी की राष्टीय कार्यकारणी से इस्तीफा दे दिया है।
असहिष्णुता, सामाजिक जीवन के किसी एक क्षेत्र में एकांत में ही नहीं फलती-फूलती बल्कि जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में समांतर रूप से फैलती है। महाराष्ट्र में सत्ता में बैठी भाजपा के बहुमत वाली सरकार ने कुछ महीनों पहले बीफ बेचने और खाने पर प्रतिबंध लगाया था। इस फैसले ने मीट उद्योग से जुड़े कामगारों के सामने रोजगार का संकट पैदा कर दिया। मुंबई के सबसे बड़े देवनार बूचड़खाने के कामगार बेरोजगारी की मार से छटपटा रहे हैं।
महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री राजकुमार बडोले ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही लंदन स्थित उस तीन मंजिला घर का अधिग्र्रहण करेगी जहां कभी डाॅ. भीमराव अंबेडकर रहते थे। अभी इसकी प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं।
महाराष्ट्र की भाजपा सरकार अब वीवीआईपी कल्चर को बढ़ावा देने के विवाद में घिर गई है। ताजा मामला एयर इंडिया की इंटरनेशनल उड़ान से जुड़ा है, जिसे सिर्फ इसलिए घंटे भर तक टेक-ऑफ नहीं करने दिया गया क्योंकि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पीएस का पासपोर्ट छूट गया था। हालांकि, फडणवीस ने फ्लाइट लेट कराने के आरोपों से असत्य और भ्रामक बताया है।
यूपी में एक पत्रकारों को जिंदा जलाए जाने की घटना के बाद अब महाराष्ट्र में खनन माफिया द्वारा एक पत्रकार को जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। मारा गया पत्रकार मध्य प्रदेश के बालाघाट का रहने वाला था और खनन माफिया और चिटफंड घोटालों के खिलाफ लगातार खबरें दे रहा था। उसका मध्य प्रदेश के बालाघाट से अपहरण हुआ था और उसे नागपुर ले जाकर जिंदा जलाया गया।
1985 तक शिवसेना केवल मुंबई तक ही सीमित थी। महाराष्ट्र में इसके प्रसार का श्रेय छगन भुजबल को जाता है। शरद पवार 1986 में अपने कांग्रेस विरोधी समूह को सकते में छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए। उस वजह से बने खाली स्थान को शिवसेना ने भरा। आज भी मुंबई की शिवसेना और बाकी महाराष्ट्र की शिवसेना में अंतर है।