नाइजीरिया में आधी आबादी के हक में एक ऐतिहासिक फैसला लिया गया है। वहां वर्षों पुरानी प्रथा ‘महिलाओं के खतने’ (एफजीएम) पर कानूनी रोक लगा दी गई है। प्रचलित भाषा में इसे ‘एफजीएम’ कहते हैं यानी कि महिलाओं की योनि का संवेदनशील हिस्सा ब्लेड के जरिये काट कर हटा देना जिससे महिलाएं यौन सुख से वंचित रहें।
गुड़गांव में सऊदी अरब के एक राजनयिक पर दो नेपाली महिलाओं से सामूहिक बलात्कार और बंधुआ बनाकर प्रताड़ित करने का मामला दर्ज किया गया है। कथित तौर पर सेक्स बंधक बनाई गई ये महिलाएं मां-बेटी बताई जा रही हैं।
नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप के बाद मानव तस्करी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। गुड़गांव में सऊदी राजनयिक के फ्लैट से छुड़ाई गई नेपाली मां-बेटियों ने इस त्रासदी की भयानक तस्वीर पेश की है।
अगर आजादी का मतलब विदेशी हुकूमत से आजादी है तो वह यकीनन हमने हासिल कर ली। लेकिन सवाल यह है कि क्या महिलाओं को परंपराओं-मान्यताओं की जकड़न से आजादी मिली ? या पुराने पड़ चुके कानूनों ने उन्हें दूसरे तरह की जकड़न में बांध दिया है, आजाद हिंदुस्तान के कानूनों की बेड़ियां ?
पश्चिम बंगाल के माल्दा जिले में कुछ लोगों ने दो महिलाओं से कथित सामूहिक बलात्कार किया। इनमें से एक महिला के विरोध करने पर आरोपियों ने उसे बुरी तरह मारा-पीटा जिससे उसकी मौत हो गई।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सुरक्षा कारणों से सशस्त्र बलों में कॉम्बेट अभियानों के लिए महिलाओं की भर्ती करने से इंकार किया है लेकिन कहा कि अन्य संचालन क्षेत्रों से जुड़ने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा।
रेल का चक्का दौड़ाने में पुरूषों से कम नहीं हैं महिलाएं कभी घर की चौखट से बाहर नहीं निकलने वाली महिलाएं अब भारतीय रेल का चक्का दौड़ाने में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने मंगवार को कहा कि बोको हराम ने पिछले साल के शुरू से कम से कम 2,000 से अधिक महिलाओं और लड़कियों का अपहरण किया है। इनमें नाइजीरिया की 219 स्कूली छात्राएं भी हैं जिनका स्कूल से अपहरण किया गया था।
देश की कई जानी-मानी महिला ऐक्टिविस्ट ने टाइम्स नाव टीवी चैनल और अर्णब गोस्वामी के शो के बहिष्कार का ऐलान किया है। इन ऐक्टिविस्ट ने अर्णव को एक ख़त लिखकर अपनी नाराज़गी जताई है। ख़त में कहा गया है कि गोस्वामी अपने टीवी कार्यक्रम न्यूज़ आवर में पत्रकारीय उसूलों का पालन नहीं करते हैं। इसलिए आगे से यह महिला ऐक्टिविस्ट उनके शो में हिस्सेदारी नहीं करेंगी।