मध्य प्रदेश के झाबुआ इलाके में तेजी से तस्वीर बदल रही है। राष्ट्रय स्वयंसेवक संघ का प्रचार-प्रसार जोरों पर है। इस आदिवासी बहुल इलाके का सांस्कृतिक परिदृश्य बदल रहा है। व्यापमं की मौत की छाया कड़कनाथ मुर्गे की कड़क तासीर पर भी भारी है। आदिवासी शिक्षित नौजवानों का हो रहा पयालयन।