भारत की सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी आस्टेलिया की सामंथा स्टोसुर और जान पीयर्स को सीधे सेटों में हराकर रियो ओलंपिक मिश्रित युगल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई।
भारतीय निशानेबाज अपूर्वी चंदेला और आयोनिका पाल 10 मीटर एयर राइफल महिला स्पर्धा में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई और बुरी तरह पिछड़ते हुए रियो ओलंपिक स्पर्धा से बाहर हो गईं।
तीरंदाज दीपिका कुमारी ने रियो ओलंपिक खेलों की तीरंदाजी की महिला टीम स्पर्धा में लचर प्रदर्शन पर हैरानी जतायी जिसमें भारतीय टीम क्वालीफाईंग में सातवें स्थान पर रही। दीपिका 720 में से 640 अंक ही जुटा पायी जिससे वह 20वें स्थान पर रही जबकि अनुभवी बोम्बायला देवी लेशराम 638 अंक के साथ 24वें और लक्ष्मीरानी माझी 614 अंक लेकर 43वें स्थान पर रही।
कई बड़े सितारों के नाम वापस लेने से बेनूर हुई ओलंपिक की टेनिस स्पर्धा में नोवाक जोकोविच, एंडी मरे और सेरेना विलियम्स जैसे धुरंधर इतिहास रचने के इरादे से उतरेंगे।
ओलंपिक की तैराकी स्पर्धा में एक बार फिर माइकल फेल्प्स अमेरिकी चुनौती की अगुवाई करेंगे जबकि उनके चैम्पियन बनने की राह में सिर्फ आस्ट्रेलियाई तैराक चुनौती पेश कर सकते हैं। 18 स्वर्ण समेत रिकार्ड 22 ओलंपिक पदक जीत चुके फेल्प्स का यह पांचवां ओलंपिक है।
रियो ओलंपिक से पहले लिएंडर पेस को लेकर विवादों ने भारतीय टेनिस को झकझोर दिया था लेकिन इस खेल में मिश्रित युगल में भारत पदक का दावेदार है जिसमें सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना चुनौती पेश करेंगे।
लिएंडर पेस को सातवां ओलंपिक खेलने का अपना सपना पूरा करने के लिये मिश्रित युगल खेलने का मोह छोड़ना होगा क्योंकि रोहन बोपन्ना को मनाने के प्रयास किये जा रहे हैं कि वह रियो ओलंपिक में पेस को पुरूष युगल में अपना जोड़ीदार चुन लें। बोपन्ना को एटीपी रैंकिंग में शीर्ष 10 में आने के कारण पुरूष युगल में सीधे प्रवेश मिला है। उन्हें अपना जोड़ीदार चुनने की सहूलियत भी मिल गई है।