संघ की मुस्लिमों के बीच काम करने वाली शाखा-मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के नेता इंद्रेश कुमार ने मुस्लिमों से अपील की है कि वे गोश्त खाना छोड़ दें क्योंकि यह बीमारियों का घर है।
नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) आज श्रीनगर में अलगाववादी हुर्रियत नेताओं से पूछताछ करेगी। इन नेताओं पर आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के मुखिया हाफिज सईद से पैसे लेने और कश्मीर घाटी में अशांति फैलाने का आरोप है।
लश्कर सरगना हाफिज सईद को आखिरकार पाकिस्तान ने आतंकवादी मान लिया है। पाकिस्तानी गृह मंत्रालय ने न्यायिक समीक्षा बोर्ड के समक्ष कहा है कि हाफिज सईद और उसके चार साथियों को जेहाद के नाम पर दहशत फैलाने के आरोप में नजरबंद किया गया था।
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच घाटी में बिगड़े हालात से लेकर भाजपा-पीडीपी गठबंधन में आ रही दरार तक कई मुद्दों पर चर्चा की बात कही जा रही है। घाटी में पिछले कुछ महीनों में सेना और सुरक्षा बलों के खिलाफ पत्थरबाजी की घटनाओं में काफी तेजी आई है और हालात सामान्य होने की बजाय लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक बात हुई। महबूबा मुफ्ती आज ही केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात करेंगी।
पाकिस्तान ने आखिरकार मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद को आतंकी मान ही लिया है। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने लाहौर हाई कोर्ट में हलफनामा देकर साफ कर दिया है कि हाफिज सईद आतंकवाद और आतंकी गतिविधियों से जुड़ा हुआ है।
बांग्लादेश ने प्रतिबंधित हरकत उल जिहाद अल इस्लामी (हूजी) के प्रमुख मुफ्ती अब्दुल हन्नान और उसके दो सहयोगियों को एक दरगाह पर वर्ष 2004 में हमला करने के मामले में बुधवार की रात फांसी पर लटका दिया। इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी और ब्रितानी उच्चायुक्त घायल हो गए थे।
हिंदू मुस्लिम एकता की प्रतीक अजमेर दरगाह के आध्यात्मिक मुखिया सईद जैनुल अबेदिन को उनके भाई ने गायों पर दया दिखाने, यानी गौवध और गौमांस की बिक्री पर प्रतिबंध का समर्थन करने के लिए मुखिया पद से हटा दिया। अबेदिन के छोटे भाई सईद अलाउदीन अलीमी ने दावा किया कि उनके इस कदम में उनका परिवार साथ है। उन्हेंने खुद को दरगाह का नया दीवान घोषित कर लिया है। राजस्थान के अजमेर में स्थित यह दरगाह बहुत प्रसिद्ध है और पूरी दुनिया से लोग यहां आते हैं। यहां हिंदू दर्शनार्थियों की संख्या मुस्लिम समुदाय के लोगों के बराबर ही होती है।