फेसबुक के संस्थापक जुकरबर्ग के बाद अब गूगल गूगल प्रमुख सुंदर पिचई भी मुस्लिमों के समर्थन में उतर आए हैं। शनिवार को अपने एक ब्लॉग के जरिये उन्होंने कहा कि हमें अमेरिका और विश्व में मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों का समर्थन करना चाहिए।
रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने की दावेदारी पेश कर रहे डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा अमेरिका में प्रवेश करने वाले मुसलमानों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की निंदा करते हुए व्हाइट हाउस और पेंटागन ने इसे मुस्लिम विरोधी करार देते हुए कहा है कि मुस्लिम विरोधी यह बयान अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को कम करेगा। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने संवाददाताओं को बताया कि अमेरिका आने वाले मुसलमानों पर प्रतिबंध लगाने की ट्रम्प की टिप्पणी राष्ट्रीय सुरक्षा हित के लिए नुकसानदेह है।
रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के प्रबल दावेदार डोनाॅल्ड ट्रम्प ने अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगाने की मांग की है। कारोबारी दिग्गज से राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी बने ट्रम्प के इस बयान को राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के अन्य दावेदारों ने पूरी तरह से खारिज किया है।
पेरिस हमले के बाद अमेरिका पर भी आतंकी हमले का भय दिखाकर अब वहां मुस्लिमों पर कड़ी निगरानी की बातें जोर पकड़ने लगी हैं। रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की दावेदारी की दौड़ में आगे चल रहे डोनाल्ड ट्रंप ने सीधे-सीधे यह कहा है कि यदि वे राष्ट्रपति चुने गए तो देश को आतंकवाद से बचाने के लिए अमेरिका में मुस्लिमों के डेटाबेस की व्यवस्था को निश्चित तौर पर लागू करेंगे।
मुस्लिमों को ऑस्ट्रेलिया में प्रतिनिधित्व उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पश्चिमी सिडनी में एक नई राजनीतिक पार्टी का गठन किया गया है। इस पार्टी को दि ऑस्ट्रेलियन मुस्लिम पार्टी नाम दिया गया है।
चीन ने आज दशकों पुरानी एक बच्चे की अपनी विवादास्पद नीति को निरस्त कर दिया। अब चीन की सरकार के इस कदम से विश्व के सर्वाधिक आबादी वाले देश में सभी दंपतियों को दो बच्चे रखने की अनुमति मिल गई है।
हाल ही में दिल्ली से सटे दादरी में हुई हिंसा समेत देश भर में अल्पसंख्यकों और दलितों पर हो रहे हमलों के खिलाफ मुस्लिम और नागरिक अधिकार संगठनों ने एकजुट होकर कहा ‘फासीवादी ताकतों के खिलाफ मरते-मरते भी लड़ाई जारी रखेंगे लेकिन इंशा अल्लाह मुल्क नहीं बंटने देंगे।’ मौका था जंतर-मंतर पर सांप्रदायिक और जातिगत हमलों के खिलाफ आयोजित प्रदर्शन का। गौरतलब है कि बीते दिनों दादरी में अखलाक अहमद नामक व्यक्ति के घर में गोमांस होने की अफवाह फैलाई गई, जिसके बाद हिंदू कट्टरपंथियों की भीड़ ने पीट-पीट कर अखलाक को मार दिया और उनके बेटे दानिश को बुरी तरह से घायल कर दिया।
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने भी आज देशभर में मुसलमानों समेत कमजोर तबकों पर हो रहे हमलों के खिलाफ दिल्ली और नागपुर में प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि बीते दिनों दादरी के गांव बिसहड़ा में गोमांस खाने और रखने की अफवाह के चलते 50 वर्षीय अखलाक अहमद की गांव के चरमपंथियों ने हत्या कर दी थी जबकि अखलाक का बेटा दानिश गंभीर रूप से घायल हो गया।