दिग्गज एथलीट मिल्खा सिंह ने मंगलवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) पर जमकर हमला बोला और उसे रियो ओलंपिक में भारतीय खिलाडि़यों के खराब प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया।
पहली बार ओलंपिक खेलों में भाग ले रही जिम्नास्ट दीपा करमाकर ने व्यक्तिगत वॉल्ट फाइनल में जगह बनाकर भारतीय खेलों में नया इतिहास रचा। आठवें स्थान पर रहकर फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली दीपा यह कारनामा करने वाली पहली भारतीय हैं।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) की नवनिर्वाचित सदस्य नीता अंबानी ने रियो खेलों में महिलाओं के 400 मीटर फ्रीस्टाइल में पदक जीतने वाली खिलाड़ियों को पदक दिए। वह ओलंपिक पुरस्कार वितरण समारोह में पदक देने वाली पहली भारतीय महिला हैं।
भारत के स्टार निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने आज यहां ओलंपिक खेलों के तीसरे दिन पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया जबकि गगन नारंग बाहर हो गए।
पुरूष हॉकी टीम और सेना के रोवर दत्तू बबन भोकनलाल को छोड़कर भारत के लिए रियो ओलंपिक का पहला दिन निराशाजनक रहा। पुरूष हॉकी टीम ने जहां ओलंपिक में पहला लीग मैच नहीं जीत पाने का 12 साल पुराना कलंक धो दिया वहीं भोकनलाल पुरूषों के एकल स्क्रल में अपनी हीट में तीसरे स्थान पर रहकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए। इन दोनों को छोड़कर भारतीय दल को निशानेबाजी, टेनिस, टेबल टेनिस और भारोत्तोलन में निराशा ही हाथ लगी।
ओेलंपिक खेलों में तीरंदाजी की महिलाओं की टीम स्पर्धा में पदक जीतने के भारत की उम्मीदों को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब दीपिका कुमारी क्वालीफाइंग राउंड में निशाने से चूक गईं।
रियो- ब्राजील में ओलंपिक की भव्यता एवं भारत की भागेदारी के साथ अधिकाधिक पदक पाने की शुभकामनाएं सब दे रहे हैं। खिलाड़ियों के साथ लाखों-करोड़ों की भावनाएं खेलों से जुड़ी हुई हैं।
भारतीय निशानेबाज अपूर्वी चंदेला और आयोनिका पाल 10 मीटर एयर राइफल महिला स्पर्धा में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई और बुरी तरह पिछड़ते हुए रियो ओलंपिक स्पर्धा से बाहर हो गईं।
रियो ओलंपिक में शानदार शुरुआत करते हुए भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने अपने पहले मैच में आयरलैंड को एक कड़े मुकाबले में 3-2 से हरा दिया। रूपिंदर पाल सिंह की अगुआई में ड्रैग फ्लिकरों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने यह जीत दर्ज की।
रियो ओलंपिक में आज साइकिलिंग ट्रैक की फिनिशिंग लाइन के पास धमाके से हंगामा मच गया। हालांकि बाद में पता चला कि यह एक नियंत्रित धमाका था जिसे खुद ब्राजील की सेना ने अंजाम दिया था।