भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और पूर्व टीम निदेशक रवि शास्त्री ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की प्रतिष्ठित क्रिकेट समिति में मीडिया प्रतिनिधि के पद से इस्तीफा दे दिया है।
केंद्र में सत्ताशीन भारतीय जनता पार्टी और विपक्ष के नेताओं के बीच तनाव और कड़वाहट की खबरें मीडिया में आए दिन सुर्खियां बनती रहती हैं। लेकिन कभी-कभार ऐसे मौके दिख जाते हैं, जब राजनीतिक नेता निजी संबंधों को अहमियत देने की परंपरा निभाते नजर आते हैं। हाल में दिल्ली में कुछ ऐसे राजनीतिक आयोजन हुए, जिनमें कट्टर विरोधी एक-दूसरे से हंसते-बोलते दिखे। शुरुआत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की, जो दो दिनों के लिए दिल्ली दौरे पर आए और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह एवं केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद समेत तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं से बाहें खोलकर मिले-बतियाए।
कोच पद के साक्षात्कार के दौरान रवि शास्त्री की अनदेखी से जुड़े विवाद को अधिक तवज्जो नहीं देते हुए भारत के नव नियुक्त मुख्य कोच अनिल कुंबले ने आज कहा कि प्रणाली का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा खिलाड़ी हैं और उनके अलावा कोई और नहीं।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मौत की जांच सही तरीके से होती तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाता। शाह ने कहा कि जिस अमानवीय तरीके से उन्हें कालकोठरी में कैद कर लिया गया जहां रहस्यमय परिस्थितियों में उनका असमय ही निधन हो गया। इसकी जांच सही तरीके से हाेनी चाहिए थी।
भारत के दो पूर्व कप्तानों के बीच चल रहा विवाद बुधवार को तब नये मोड़ पर पहुंच गया जब सौरव गांगुली ने रवि शास्त्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यदि वह भारतीय कोच का पद नहीं मिलने के लिये उन्हें जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो मुंबई का क्रिकेटर खुशफहमी में जी रहा है।
बसपा छोड़कर सुर्खियों में आए स्वामी प्रसाद मौर्य का अगला कदम क्या होगा? इसको लेकर राजनीतिक गुणा-भाग जारी है। स्वयं मौर्य भी अपना पत्ता अभी नहीं खोल रहे हैं। इसके पीछे माना जा रहा है कि मौर्य अपनी ताकत को आजमाना चाहते हैं।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने हाल में पार्टी छोड़ने वाले वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को बसपा और अपने समाज के प्रति गद्दार करार देते हुए कहा कि उनकी गलती की सजा उनके समाज को नहीं दी जाएगी और मौर्य की पार्टी में अब दोबारा कभी वापसी नहीं होगी।
बसपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मौर्य ने बसपा अध्यक्ष मायावती पर आरोप लगाया कि वे पैसा लेकर टिकट बेचती हैं और दलित आंदोलन की हत्या कर रही है।
भारत की नये क्रिकेट कोच की लंबे समय से चली आ रही खोज मंगलवार को तब अपने अंतिम चरण में पहुंच गयी जब क्रिकेट सलाहकार समिति ने पूर्व भारतीय कप्तानों अनिल कुंबले और रवि शास्त्री सहित कई अन्य उम्मीदवारों के साक्षात्कार लिये।