भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का एजेंडा कांग्रेस मुक्त भारत है। पार्टी ने अपने राजनीतिक प्रस्ताव में इस बात को जोर-शोर से रखा है कि कांग्रेसमुक्त भारत ही भाजपा का एजेंडा है।
नेपाल में संविधान निर्माण की प्रक्रिया अब तक अधर में लटकी है। इस बीच सत्ताधारी कांग्रेस-एमाले गठबंधन और यूसीपीएन माओवादी के बीच मतभेद गहराते जा रहे हैं।
गिरिलाल जैन के सुस्त युग के ठीक पहले शुरू होने वाले और अर्णब के स्वच्छंद युग में समाप्त होने वाले अपने कॅरियर में विनोद मेहता ने उल्लेखनीय कामयाबी पाई वह भारत की अंग्रेजी पत्रकारिता को एक हलकापन देने के साथ-साथ उसमें गंभीरता भी लाए।
लोकतंत्र में आप असहमति की आवाज को दबा नहीं सकते। विकास की नीतियों के बारे में नागरिक अपना अलग-अलग मत रख सकते हैं। यह कहना है दिल्ली हाई कोर्ट का। ग्रीनपीस की प्रिया पिल्लई मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने यह बात कही। कोर्ट ने प्रिया के खिलाफ जारी लुकआउट सर्कुलर को भी वापस लेने को कहा है। साथ ही यह भी आदेश दिया है कि उनके पासपोर्ट पर लिखा गया ऑफलोड शब्द मिटा दिया जाए और किसी भी इंटैलिजेंस डेटाबेस में उनका नाम न रखा जाए।
अहमद पटेल और उनके करीबियों को यह पक्का आभास है कि पार्टी के भीतर बन रहे नए केंद्रक के मुताबिक नए तेवर अपनाना जरूरी है। राहुल गांधी के कद को बढ़ाने के लिए भी एक तरफ आम जन के मुद्दों से जुडऩा जरूरी है और दूसरी तरफ कांग्रेस के शीर्ष और निष्प्रभावी नेताओं को किनारे करने के लिए भी रणनीति बनानी जरूरी है। कांग्रेस में दोनों पहलुओं पर विचार तो खूब हो रहा है लेकिन इसका बहुत ठोस फायदा होता दिख नहीं रहा।
बिहार में मचे राजनीतिक घमासान के बीच राष्ट्रीय जनतांंत्रिक गठबंधन में एक और नए सियासी दल के जुड़ने की संभावनाएं नजर आने लगी हैं। अगर सूत्रों की बात पर भरोसा किया जाए तो मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ इस नए दल के खेवनहार हो सकते हैं राष्ट्रीय जनता दल के सांसद पप्पू यादव।
दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अवाम नाम के एक संगठन ने आम आदमी पार्टी पर फर्जी कंपनियों से चंदा लेने का आरोप लगाया है। इस मामले में बीजेपी ने आप को घेरने की कोशिश की है। आप ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा है कि वह सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक स्पेशल टास्ट फोर्स बना कर बीजेपी, कांग्रेस और आप के चंदे की जांच कराए।
चाहे वह 2014 के लोकसभा चुनावों में आर्ट ऑफ लिविंग से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि पाए रविशंकर के अनुयायियों का भाजपा से चुनाव लडऩा हो या फिर हरियाणा विधानसभा चुनावों में गुरमीत राम रहीम सिंह का खुलकर भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील हो। योग गुरु रामदेव का पहले अन्ना आंदोलन और फिर भाजपा से रिश्ता जगजाहिर है। पिछले लोकसभा चुनावों से लेकर विधानसभा चुनावों तक में उनकी राजनीतिक सक्रियता ने उनके लाखों अनुयाइयों को प्रभावित किया।