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Search Result : "राजस्‍थान पर्यटन"

सामाजिक परिवर्तन में हमारी जिम्मेदारियों के मद्देनजर राष्ट्रीय संगोष्ठी नौ दिसंब

सामाजिक परिवर्तन में हमारी जिम्मेदारियों के मद्देनजर राष्ट्रीय संगोष्ठी नौ दिसंब

नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटैट सेंटर के गुलमोहर हॉल में सद्भावना सेवा संस्थान एवं इंटरफेथ फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में एकदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 9 दिसंबर, गुरुवार को किया जा रहा है। विषय है- ‘सामाजिक-धार्मिक परिदृश्य - सामाजिक परिवर्तन और जिम्मेदारियां।’
भारी बारिश के बाद 800 लोग अंडमान-निकोबार द्वीप पर फंसेे, बचाव जारी

भारी बारिश के बाद 800 लोग अंडमान-निकोबार द्वीप पर फंसेे, बचाव जारी

अंडमान के हैवलाक द़वीप में भारी बारिश और तूफान के चलते करीब 800 पर्यटक फंस गए हैं। उन्हें निकालने के लिए बुधवार को नौसेना के चार पोतों को लगाया गया है। मंगलवार रातभर हुई बारिश ने द्वीप में जनजीवन को प्रभावित कर दिया है और अंडमान के उत्तरी और मध्य हिस्से में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। इन पर्यटकों को बचाने के लिए भारतीय नौ सेना ने रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन शुरू किया है।
अब बिना नकदी ले पर्यटन और दान का आनंद

अब बिना नकदी ले पर्यटन और दान का आनंद

नोटबंदी के कारण मन मार कर बैठे पर्यटन के शौकीनों और धर्म में आस्‍था रखने वालों के लिए अच्छी खबर है। गोवा के पर्यटन विभाग ने अपनी अधिकतर सेवाओं में नकदीरहित भुगतान की सुविधा शुरू कर दी है, वहीं गुजरात के कुछ प्रसिद्घ मंदिरों ने भी कैशलेस दान स्वीकारने की पहल शुरू की है।
नालंदा विश्वविद्यालय के चांसलर जॉर्ज यो ने क्यों दिया इस्तीफा

नालंदा विश्वविद्यालय के चांसलर जॉर्ज यो ने क्यों दिया इस्तीफा

नोबल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन के बाद नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के दूसरे चांसलर जॉर्ज यो ने इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे की वजह विश्वविद्यालय की स्वायत्ता को प्रभावित किया जाना है।
हरियाणा: प्रथम अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 6 दिसंबर से, राष्ट्रपति करेंगे उद्घाटन

हरियाणा: प्रथम अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 6 दिसंबर से, राष्ट्रपति करेंगे उद्घाटन

हरियाणा के कुरूक्षेत्र में 6 दिसंबर से प्रथम अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसका शुभारंभ राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी करेंगे। इस महोत्सव में देश और दुनिया के विभिन्न धर्मगुरू और अन्य हस्तियां भाग लेंगी। इसी दिन कृष्णा सर्किट का भी शिलान्यास होगा जो राज्य में पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण पहल है।
अब भारत में खुलने जा रहा है मैडम तुसाद का संग्रहालय

अब भारत में खुलने जा रहा है मैडम तुसाद का संग्रहालय

मोम की मूर्तियों के लिए दुनिया भर के दर्शकों को आकर्षित करने वाला मैडम तुसाद का संग्रहालय अब भारत में भी होगा। यह संग्रहालय देश की राजधानी नई दिल्ली के हृदय स्थल कनॉट प्लेस में खुलेगा और इससे पर्यटन को नया आयाम मिलेगा।
नोटबंदी : राजस्थान में पर्यटकों की संख्‍या में 40 फीसदी की कमी

नोटबंदी : राजस्थान में पर्यटकों की संख्‍या में 40 फीसदी की कमी

राजस्थान में पर्यटन मौसम के शुरू होते ही पर्यटकों का आना शुरू हो जाता है लेकिन नोटबंदी के कारण राजस्थान में आने वाले पर्यटकों पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। पर्यटकों, होटलों, रेस्तराओं और टैक्सी आपरेटरों सहित पर्यटन से जुड़े उद्योगों को प्रतिदिन के खर्च का भुगतान करने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
महमूद अख्तर का खुलासा, पाक उच्चायोग में हैं 16 और जासूस

महमूद अख्तर का खुलासा, पाक उच्चायोग में हैं 16 और जासूस

भारत में जासूसी प्रकरण में पकड़ा गया पाकिस्तानी उच्चायोग का निष्कासित कर्मचारी महमूद अख्तर ने खुलासा किया है कि पाक उच्‍चायोग में 16 और ऐसे कर्मचारी है जो जासूसी के कार्य में शामिल है। अख्तर ने इन कर्मचारियों के नाम भी बताएं हैं। उसने आरोप लगाया है कि ये सभी कर्मचारी भारत में पाक के लिए जासूसी में शामिल हैं।
'अच्‍छे‍े‍ दिन':भारत में बिजनेस आसान नहीं,विश्‍व बैंक ने दिया130वांं स्‍थान

'अच्‍छे‍े‍ दिन':भारत में बिजनेस आसान नहीं,विश्‍व बैंक ने दिया130वांं स्‍थान

विश्‍व बैंक की रिपोर्ट ने केंद्र की मोदी सरकार के विकास के दावों पर गहरी चोट पहुंचाई है। बैंक की वार्षिक रिपोर्ट कहती है कि भारत कारोबार करने में आसान देशों की रैकिंग में 130 वें पायदान पर है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत में कारोबार करना कितना कठिन है। पिछले साल के मुकाबले भारत की रैंकिंग में हालांकि एक पायदान का सुधार हुआ है, लेकिन वो भी इसलिए क्योंकि विश्‍व बैंक ने भारत की पिछले साल की रैंकिंग को संशोधित कर 130 वें स्थान से 131वें स्थान पर कर दिया। इसे मानने की बजाय केंद्र की मोदी सरकार ने इस रिपोर्ट पर ही सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
अंग्रेजी के ‌लिए सर्जिकल आपरेशन जरूरी

अंग्रेजी के ‌लिए सर्जिकल आपरेशन जरूरी

अंग्रेजी, फ्रेंच, स्पेनिश, चाइनीज, जर्मन जैसी हर भाषा के अच्छे ज्ञान का सदैव स्वागत होना चाहिए। लेकिन भारत जैसे देश में अंग्रेजी की अनिवार्यता राजनीतिक मजबूरियों और ब्रिटिश विरासत में मिले बाबुई तंत्र के कारण 70 वर्षों में समाप्त नहीं हो सकी।
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