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Search Result : "राजीव नयन चतुर्वेदी इंटरव्यू"

विकास दर पर मेरी नहीं, विदेशियों की तो सुनोः मोदी

विकास दर पर मेरी नहीं, विदेशियों की तो सुनोः मोदी

लगता है एक अंग्रेजी चैनल को दिए इंटरव्यू की हुई आलोचना का कुछ असर हुआ है ‌इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश के कुछ चुनिंदा पत्रकारों से मिलने का फैसला किया। हालांकि इन पत्रकारों से भी लिखित में सवाल मांगे गए और उनके जवाब भी लिखित में दिए गए मगर ‌मोदी ने बाद में उनसे एक साथ प्रधानमंत्री आवास पर मुलाकात की और इस बातचीत में भी कई सवालों के जवाब दिए।
चंद्रास्वामी के बिना अधूरी राव-गाथा

चंद्रास्वामी के बिना अधूरी राव-गाथा

नरसिंह राव भारत के सर्वाधिक विवादास्पद प्रधानमंत्री होने के साथ आजादी के बाद आर्थिक क्रांति के जनक माने जाते हैं। राव के राजनीतिक जीवन और कार्यकाल पर बहुत कुछ लिखा-छपा है लेकिन इस सप्ताह युवा प्रोफेसर और पत्रकार विनय सीतापति की नई पुस्तक हाफ लॉयन: हाऊ पी.वी. नरसिंह राव ट्रांसफॉर्म्ड इंडिया में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों, पत्रों और भेंटवार्ताओं के जरिये राव के राजनीतिक जीवन से जुड़े कई पहलुओं की चर्चा हो रही है।
देंग से मिलने की नरसिंह राव की हसरत दिल में ही रह गई थी

देंग से मिलने की नरसिंह राव की हसरत दिल में ही रह गई थी

ये तो सभी जानते हैं कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिंह राव और उनके वित्त मंत्री मनमोहन सिंह की जोड़ी ने देश में आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की और देश को आर्थिक बदहाली से उबार लिया मगर यह बहुत कम लोगों को पता है राव दरअसल चीन के अपने समय के सबसे शक्तिशाली कम्युनिस्ट नेता देंग श्याओ पिंग से बेहद प्रभावित थे और उनसे मिलना चाहते थे मगर राजीव गांधी जब देश के प्रधानमंत्री थे तो राव को विदेश मंत्री होने के बावजूद अपने साथ चीन नहीं ले गए।
चर्चाः स्वामी की ‘भस्म’ शक्ति पार्टी पर भारी | आलोक मेहता

चर्चाः स्वामी की ‘भस्म’ शक्ति पार्टी पर भारी | आलोक मेहता

सुब्रह्मण्यम स्वामी राजनीति के नए खिलाड़ी नहीं हैं। उखाड़-पछाड़ का उनका रिकार्ड पुराना और प्रधानमंत्रियों-पार्टियों के लिए अग्निकुंड तैयार करने वाला रहा है। इसलिए रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन के साथ सरकार में बैठे 27 लोगों को ध्वस्त करने के उनके ऐलान पर आश्चर्य नहीं किया जाना चाहिए।
चर्चाः आर्थिक क्रांति पर चांदी की चमक | आलोक मेहता

चर्चाः आर्थिक क्रांति पर चांदी की चमक | आलोक मेहता

21 जून को योग दिवस के रूप में अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिलने का एक कारण दुनिया में भारत की आर्थिक शक्ति की पहचान भी है। बाहर वालों को ध्यान नहीं आएगा, लेकिन भारतीयों को याद आ जाना चाहिए कि 21 जून, 1991 को आर्थिक नीति में क्रांतिकारी बदलाव की नींव राष्ट्रपति भवन में रखी गई थी।
वायुसेना के लड़ाकू बेड़े में शामिल होकर अवनि, भावना और मोहना ने रचा इतिहास

वायुसेना के लड़ाकू बेड़े में शामिल होकर अवनि, भावना और मोहना ने रचा इतिहास

अवनी चतुर्वेदी, भावना और मोहना सिंह ने अपनी बहादुरी और कौशल से नया इतिहास रच दिया है। पहली बार ये तीन जांबाज लड़कियां वायुसेना में फाइटर पायलट के तौर पर शनिवार को शामिल हुईं। ऐसा गौरव पाकर इन्‍होंने महिला जगत को और रोशन कर दिया है। हैदराबाद में इन्‍होंने बकायदा पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया। फाइटर पायलट बनने का मतलब युद्ध की स्थिति में अवनि, भावना और मोहना लड़ाई में इस्तेमाल सुखोई जैसे विमान उड़ाएंगी। तीनों वायुसेना अधिकारी तो पहले से ही हैं। अब उन्हें लड़ाकू बेड़े में शामिल किया गया है।
चर्चाः ‌हथियारों के दलालों को कानूनी मान्यता | आलोक मेहता

चर्चाः ‌हथियारों के दलालों को कानूनी मान्यता | आलोक मेहता

हथियारों की दलाली को लेकर लगभग 30 वर्षों तक राजनीति करने वालों ने आखिरकार दिमाग ही नहीं बदला, नियम-कानून भी बदल दिये। राजीव गांधी की कांग्रेस सरकार ने हथियारों से सौदों में किसी भी तरह के दलाल और दलाली पर प्रतिबंधात्मक कड़ा कानून बना दिया था और दुनिया के देशों को कहा गया कि रक्षा संबंधी समझौते और खरीदी सीधे सरकारों के माध्यम से ही होगी।
राम बहादुर राय के इंटरव्यू पर आउटलुक का यह कहना है

राम बहादुर राय के इंटरव्यू पर आउटलुक का यह कहना है

आउटलुक हिंदी ने अपनी वेबसाइट पर तीन जून को वरिष्ठ पत्रकार और इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स के अध्यक्ष राम बहादुर राय के इंटरव्यू के आधार पर खबर प्रकाशित की थी। आउटलुक की प्रज्ञा सिंह ने उनसे लंबी बातचीत की थी, जो आउटलुक पत्रिका (अंग्रेजी) के 13 जून, 2016 के अंक में प्रकाशित हुई।
'मोदी की सफलता मतलब भारत की सफलता’

'मोदी की सफलता मतलब भारत की सफलता’

सिंहस्थ की कामयाबी से गदगद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वहां ड्यूटी करने वाले सरकारी मुलाजिमों को इनाम और मैडल से नवाज रहे हैं। मोदी के पदचिन्हों पर चलते हुए शिवराज अगले छह महीनों में दो बड़े आयोजनों की तैयारी में जुट गए हैं। इंदौर में अक्टूबर में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट और दूसरा, नवंबर से नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक से नर्मदा बचाने के लिए पदयात्रा। अपनी उज्जैन यात्रा के दौरान आउटलुक के साथ बातचीत में शिवराज ने बेबाकी से जवाब दिए। पेश है राजेश सिरोठिया से उनकी बातचीत के संपादित अंश:
अब स्मृति ने जोड़ा यूपी से नाता, कहा मुरादाबाद की हूं

अब स्मृति ने जोड़ा यूपी से नाता, कहा मुरादाबाद की हूं

जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहारनपुर की रैली में खुद को यूपी वाला बताया उसी दिन उनकी कैबिनेट मंत्री स्मृति ईरानी ने भी एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में खुद को यूपी की बता दिया। क्या यह महज संयोग है या इसमें भविष्य की राजनीति के कुछ संदर्भ तलाशे जा सकते हैं।
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