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Search Result : "राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी"

इंद्राणी की हालत नाजुक, अगले 48 घंटे अहम

इंद्राणी की हालत नाजुक, अगले 48 घंटे अहम

बहुचर्चित शीना बोरा हत्याकांड में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है और मुंबई के जे.जे. अस्पताल के मुताबिक उनकी जिंदगी के लिए अगले 48 घंटे काफी अहम हैं। एक दवा का कथित तौर पर अधिक सेवन करने के बाद इंद्राणी को बाइकुला जेल से जे.जे. अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जे.जे. अस्पताल के डीन डॉ. टी.पी. लहाने ने आज पत्रकारों को बताया, अगले 48 घंटे उनके लिए नाजुक हैं। लहाने से पूछा गया था कि क्या इंद्राणी खतरे से बाहर है।
महात्मा गांधी की 146 वीं जयंती पर राष्ट्र ने दी श्रद्धांजलि

महात्मा गांधी की 146 वीं जयंती पर राष्ट्र ने दी श्रद्धांजलि

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी और अन्य नेताओं ने आज महात्मा गांधी की 146 वीं जयंती पर उनकी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की और पूरे देश ने इस अवसर पर राष्ट्रपिता को याद किया।
विश्व भारती के कुलपति ने दिया इस्तीफा

विश्व भारती के कुलपति ने दिया इस्तीफा

पश्चिम बंगाल स्थित शांति निकेतन के विश्व भारती विश्वविद्यालय के कुलपति ने आर्थिक और प्रशासनिक अनियमितताओं के आरोप लगने के बाद इस्तीफा दे दिया है।
अमेरिकी दौरा संपन्न, पीएम मोदी स्वदेश रवाना

अमेरिकी दौरा संपन्न, पीएम मोदी स्वदेश रवाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आयरलैंड और अमेरिका की हफ्ते भर की यात्रा के बाद स्वदेश के लिए रवाना हो गए हैं। मोदी ने भारत रवाना होने से पहले ट्वीट किया, मेरे अमेरिकी दौरे ने हमारे संबंधों की विशिष्ट गहराई और विविधता जाहिर की। मुझे कई कार्यक्रमों में शामिल होने का सुअवसर मिला, जिनमें से प्रत्येक ने कई सकारात्मक नतीजे दिए। इनका भारत को लाभ मिलेगा। अपने शानदार स्वागत और आतिथ्‍य सत्कार के लिए उन्‍होंने अमेरिकी जनता को धन्‍यवाद दिया है।
एक-दूसरे को दिखे पीएम मोदी व शरीफ, लेकिन मिले नहीं

एक-दूसरे को दिखे पीएम मोदी व शरीफ, लेकिन मिले नहीं

द्विपक्षीय संबंधों में ठहराव के बीच प्रधानमंत्राी नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा शिखर सम्मेलन में एक-दूसरे के सामने पड़े और दोनों ने हाथ हिलाकर एक दूसरे का अभिवादन किया। लेकिन दोनों नेताओं ने इसके अलावा कोई गर्मजोशी नहीं दिखाई और इनके हाथ तक नहीं मिले।
बराक ओबामा से मिले पीएम मोदी, गर्मजोशी से गले लगाया

बराक ओबामा से मिले पीएम मोदी, गर्मजोशी से गले लगाया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज न्‍यूयॉर्क में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन और फ्रांस के राष्‍ट्रपति फ्रांस्‍वा ओलोंद से मिले। इन नेताओं के बीच आर्थिक संबंधों को आगे बढ़ाने, जलवायु परिवर्तन समेत विविध मुद्दों पर चर्चा हुई। मोदी और ओबामा के बीच करीब एक वर्ष में यह तीसरी मुलाकात है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की उम्मीदवार का अमेरिका द्वारा समर्थन किये जाने पर प्रधानमंत्राी मोदी ने राष्ट्रपति ओबामा का धन्यवाद किया।
सैप सेंटर में मोदी, आतंकवाद व यूएन के रवैये पर तीखा वार

सैप सेंटर में मोदी, आतंकवाद व यूएन के रवैये पर तीखा वार

अमेरिका यात्रा के आखिरी चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैलिफोर्निया के सैप सेंटर में भारतीय समुदाय के करीब 18 हजार लोगों को संबोधित किया। इस मौके पर उन्‍होंने सरकार की उपलब्धियां गिनाने के अलावा आतंकवाद पर भी करारा प्रहार किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार को सत्ता में आए 16 महीने हुए हैं और भारत के बारे में दुनिया की सोच में जबर्दस्त बदलाव आया है। हमने इतना विकास किया है कि हर दिन दो-दो घंटे बोलूं, तब भी 15 दिन लग जाएंगे। दुनिया मानने लगी है कि 21वी सदी भारत की होगी। उन्हें विश्वास है कि भारत को सफलता प्राप्त होगी क्योंकि देश की 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम आयु की है।
संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में बड़े लोकतंत्रों की मुहिम तेज

संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में बड़े लोकतंत्रों की मुहिम तेज

भारत, जापान, जर्मनी और ब्राजील ने सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता को लेकर अपनी दावेदारी की मुहिम तेज कर दी है। अमेरिकी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-4 देशों की बैठक बुलाकर इस दिशा में महत्‍वपूर्ण कदम बढ़ाया है।
क्‍यों कुलपति बनने के काबिल नहीं हैं सुब्रह़मण्यम स्वामी?

क्‍यों कुलपति बनने के काबिल नहीं हैं सुब्रह़मण्यम स्वामी?

सुब्रह़मण्यम स्वामी को जवाहरलाल नेहरू विश्‍वविद़यालय का कुलपति बनाने की चर्चा इतनी तेजी से शुरू हुई कि प्रायः हर किसी ने इसे सच मान लिया। अकादमिक दुनिया कान लगाकर आहट सुनने लगी। इस पर मीडिया माध्यमों से लेकर बौद्ध‍िक तबके में विमर्श का दौर शुरू हो गया और सुब्रह़मण्यम स्वामी की टिप्पणियां भी सामने आ गई। उन्होंने अपनी योजनाएं भी बता दीं कि वे जेएनयू में किस प्रकार नक्सलियों और ड्रग्स के शिकार लोगों को काबू में करेंगे। यह अपेक्षा भी जता दी कि सरकार उन्हें खुली छूट दे तो वे काम करने को तैयार हैं।
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