बिहार में चल रहे सियासी घमासान ने आज अप्रत्याशित मोड़ ले लिया। भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर इस्तीफे का दबाव काम न आया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद ही इस्तीफा दे दिया है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अपनी बात रखी। उन्होंने नीतीश पर भाजपा और आरएसएस से मिले होने का आरोप लगाया।
कांग्रेस के प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि पारदर्शिता की बात करने वाले नायडू ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर सरकार को नुकसान पहुंचाया और बेटी तथा बेटे को पांच सौ करोड़ रुपए का फायदा पहुंचाया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बुलावे पर दिल्ली आए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के घर जापर कर सियासी हलचल बढ़ा दी।
कहा जाता है कि ज्ञान और बुद्धि कभी अमीरी-गरीबी नहीं देखती। और आज यह बात छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में साबित हो गई, जहां एक ऑटो ड्राइवर की बेटी ने आईआईटी में 169वीं रैंक हासिल की।
बसपा सुप्रीमो मायावती के राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव उनके समर्थन में उतर आए हैं। मायावती के इस्तीफे को सही करार देते हुए लालू ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने दो टूक कहा है कि तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि सिर्फ एफआईआर दर्ज होने से की वजह से इस्तीफा नहीं दिया जाएगा। यह कोई वाजिब कारण नहीं है।
चारा घोटाले से जुड़े मामलों में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव शुक्रवार को यहां सीबीआई की विशेष अदालतों में पेश हुए, लेकिन बिहार सरकार में जदयू से अपने रिश्तों को लेकर उन्होंने पूरी तरह चुप्पी साधे रखी।
लालू और नीतीश के बीच खींचतान का आलम साफ तौर पर बढ़ता दिखाई दे रहा है। अब बिहार में महागठबंधन के बने रहने पर भी संशय के बादल मंडरा रहे हैं। एक ओर जहां नीतीश सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है, वहीं लालू यादव और पार्टी उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की कुर्सी में आंच नहीं आने देना चाह रहे हैं।