Advertisement

Search Result : "लोकप्रिय धारावाहिक"

तारक मेहता का उल्टा चश्मा धारावाहिक के 1900 एपीसोड का निर्माण: असित

तारक मेहता का उल्टा चश्मा धारावाहिक के 1900 एपीसोड का निर्माण: असित

सब टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर हास्य धारावाहिक तारक मेहता का उल्टा चश्मा के प्रसिद्ध निर्माता असित कुमार मोदी ने आज कहा कि उनकी टीम ने इस धारावाहिक के 1900 एपीसोड लगातार बनाकर एक रिकॉर्ड कायम किया है।
ओलंपिक एंबेसडर विवाद: ऐशवर्या ने किया सलमान की नियुक्ति का समर्थन

ओलंपिक एंबेसडर विवाद: ऐशवर्या ने किया सलमान की नियुक्ति का समर्थन

बॉलीवुड अदाकारा ऐश्वर्या राय बच्चन ने अभिनेता सलमान खान को आगामी रिओ ओलंपिक्स के लिए भारतीय दल का सद्भावना दूत बनाए जाने का समर्थन किया है। गौरतलब है कि ऐश्वर्या राय कभी सलमान खान की प्रेमिका रह चुकी हैं।
हॉलीवुड फिल्म 'बेवाच' में नजर आएंगी प्रियंका चोपड़ा

हॉलीवुड फिल्म 'बेवाच' में नजर आएंगी प्रियंका चोपड़ा

हिन्दी फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा के सितारे काफी बुलंद चल रहे हैं। हाल ही में शुरू हुए अमेरिकी टीवी सीरिज क्वांटिको में अपनी भूमिका के लिए सराहना हासिल करने वाली प्रियंका अब जल्द ही 1990 के दशक में आई लोकप्रिय टीवी सीरिज बेवाच के फिल्म संस्करण में नजर आएंगी।
पापा को मिस करती हैं प्रियंका

पापा को मिस करती हैं प्रियंका

प्रियंका चोपड़ा के पहले अमेरिकी टीवी धारावाहिक क्वांटिको को बढ़िया प्रतिक्रिया मिल रही है। उनके काम को मिल रही सराहना को देखते हुए उन्हें खुशी भी है और वह अपने पिता को मिस भी कर रही है।
वीरेन का जाना, जीवंत वामपंथी प्रतिज्ञा को गहरा आघात

वीरेन का जाना, जीवंत वामपंथी प्रतिज्ञा को गहरा आघात

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिकी साम्राज्यवाद और राष्ट्रीय स्तर पर नरेंद्र मोदी-मार्का हिंदुत्ववादी फासीवाद के मौजूदा वर्चस्व के दौर में वीरेन डंगवाल (1948-2015) की कविता किसी आत्मीय, जीवंत, वामपंथी प्रतिज्ञा की तरह सामने आती है।
येचूरी के नेतृत्व में भाकपा के साथ क्या माकपा का होगा विलय

येचूरी के नेतृत्व में भाकपा के साथ क्या माकपा का होगा विलय

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की कमान सीताराम येचूरी के हाथों में आने के कई निहितार्थ हैं। सबसे पहला एजेंडा भाकपा के साथ विलय का संभावना पर विचार करना है। भाकपा का एक धड़ा लंबे समय से यह चाह रहा है, येचूरी ने इस ओर इशारा भी किया है। संकट के दौर में वाम दलों का एका एक लोकप्परिय समाधान के तौर पर देखा जा रहा है।