अमेरिकी सीनेट ने ट्रंप प्रशासन में स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित एक शीर्ष पद के लिए भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक सीमा वर्मा के नाम को मंजूरी दे दी। सीनेट ने 43 के मुकाबले 55 वोट से वर्मा के नाम को मंजूरी दी। व्हाइट हाउस ने उन्हें निर्विवाद रूप से योग्य बताया है।
लंबे समय से चले आ रहे भारत-चीन सीमा विवाद निपटारे पर चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने कुछ भू-भागों की अदला-बदली को लेकर परोक्ष रूप से अपनी बात सामने रखी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा की विरोधी पार्टियों पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में नेपाल सीमा से सटे गोण्डा क्षेत्र में ऐसे लोगों को नहीं चुना जाना चाहिये जो सरहद पार बैठे षड्यंत्रकारियों की मदद करें।
संगठित क्षेत्र के कर्मचारी जल्दी ही 20 लाख रुपये तक के कर मुक्त ग्रेच्युटी के लिए पात्र होंगे। केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने श्रम मंत्रालय के साथ त्रिपक्षीय विचार-विमर्श में प्रस्ताव पर सहमति जतायी है। केंद्रीय ट्रेड यूनियन ग्रेच्युटी भुगतान कानून में प्रस्तावित संशोधन पर त्रिपक्षीय बैठक में अंतरिम उपाय के रूप में ग्रेच्युटी भुगतान की सीमा दोगुनी करने पर सहमत हो गए हैं।
भारत-पाकिस्तान संबंधों पर पेंग्विन रैंडम हाउस से आई नई किताब 'डिफीट इज एन ऑर्फन : हाउ पाकिस्तान लॉस्ट द ग्रेट साउथएशियन वार' में कहा गया है कि अगर भारत को नियंत्रण रेखा के पार हमलों के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन है तो वह इसलिए क्योंकि पाकिस्तान की ओर से जिहादियों के हमले को भारत ने 1998 से बेहद सावधानीपूर्वक नियंत्रित किया हुआ है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी के पूर्ववर्तियों का धन्यवाद है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव सी के मिश्रा ने आज यहां राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) के एक हिस्से के रुप में किशोर वय के लड़कियों एवं लड़कों के लिए ‘साथिया’ रिसोर्स किट एवं ‘ साथिया सलाह ’ मोबाइल ऐप लांच किया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अहम स्वास्थ्य पद के लिए नामांकित भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक सीमा वर्मा ने कहा है कि देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली निराशाजनक हो गई है और यह बेहद खर्चीली बन गई है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता के मुताबिक चिकित्सा सेवा हासिल करने की लोगों की उम्मीदों भी धूमिल होती जा रही हैं।
दाखिले नियम में हाल में हुए बदलाव को लेकर हुए प्रदर्शनों के आगे झुकते हुए जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपति जगदीश कुमार ने आज स्पष्ट किया कि एक संकाय सदस्य के साथ कितने शोध छात्रा रह सकते हैं इसकी सीमा तय करने वाला नियम वर्तमान छात्रों पर लागू नहीं होगा।