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लोढ़ा समिति की सिफारिशें लागू करने के लिए विशेष समिति गठित

लोढ़ा समिति की सिफारिशें लागू करने के लिए विशेष समिति गठित

लोढ़ा समिति की सिफारिशों का लागू करने के मकसद से बीसीसीआई ने सात सदस्यीय विशेष समिति का गठन किया है। कमेटी में आईपीएल के चेयरमेन राजीव शुक्ला और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को भी शामिल किया गया है।
जीएसटी लागू करने के ल‌िए 30 जून की आधी रात को बुलाया जाएगा संसद का विशेष सत्र

जीएसटी लागू करने के ल‌िए 30 जून की आधी रात को बुलाया जाएगा संसद का विशेष सत्र

देश में पहली जुलाई से जीएसटी लागू करने के लिए 30 जून की आधी रात में संसद का विशेष सत्र बुलाया जा रहा है। इस नई अप्रत्यक्ष कर प्रणाली की शुरुआत संसद के केंद्रीय कक्ष में देश की आजादी की उद्घोषणा के कार्यक्रम की तर्ज पर होने जा रही है। सरकार ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है।
95 गांवों को मिला शहरीकृत का दर्जा, सस्ते घर मिलने का रास्ता साफ

95 गांवों को मिला शहरीकृत का दर्जा, सस्ते घर मिलने का रास्ता साफ

दिल्ली में किराए के घर में रह रहे लोगों के लिए अब सस्ता मकान मिलने का रास्ता साफ हो गया है। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने शुक्रवार को लैंड पूलिंग नीति के तहत 95 गांवों को डवलपमेंट एरिया घोषित करने की अधिसूचना जारी कर दी है। इससे अब इन गांवों में 25 लाख सस्ते घर बनाए जा सकेंगे। किसान निजी बिल्डर की मदद से यह घर बना सकेंगे।
जन्मदिन विशेष: कभी ट्विंकल खन्ना से प्यार करते थे करण जौहर

जन्मदिन विशेष: कभी ट्विंकल खन्ना से प्यार करते थे करण जौहर

डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, स्क्रीन राइटर, कॉस्ट्यूम डिजाइनर और एक एक्टर के तौर पर अपना हुनर दिखाने वाले करण जौहर आज 44 साल के हो गए हैं। करण बॉलीवुड के एक ऐसे निर्देशक हैं जिन्होंने आज की युवा पीढ़ी को ध्यान में रखते हुए फिल्मों का निर्माण किया। फिर चाहे बात ‘कुछ कुछ होता है’ की हो या फिर ‘स्टूडेंट ऑफ दि ईयर‘ की हो। करण जौहर ने एक से बढ़कर एक अच्छी फिल्में निर्देशित की हैं।
कोयला घोटाला: विशेष अदालत ने दी मनमोहन सिंह को बड़ी राहत

कोयला घोटाला: विशेष अदालत ने दी मनमोहन सिंह को बड़ी राहत

सीबीआई की विशेष अदालत ने कोयला घोटाला में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बड़ी राहत दी है। अदालत ने कहा है कि मनमोहन सिंह के सामने यह मानने का कोई कारण नहीं था कि तत्कालीन कोयला सचिव एचसी गुप्ता ने कोल ब्लॉक आवंटन के लिए नियमों का पालन नहीं करने वाली कंपनी की सिफारिश की है।
कोयला घोटाला: विशेष अदालत ने पूर्व कोयला सचिव एचसी गुप्ता को दोषी ठहराया

कोयला घोटाला: विशेष अदालत ने पूर्व कोयला सचिव एचसी गुप्ता को दोषी ठहराया

सीबीआई की विशेष अदालत ने आज कोयला घोटाले से जुड़े एक मामले में फैसला दिया है। अदालत ने इस मामले में पूर्व कोयला सचिव एच सी गुप्ता, केएसएसपीएल कंपनी के एमडी पवन अहलूवालिया और संयुक्त सचिव क्रोफा को कई धाराओं के तहत दोषी ठहराया है।
जन्मदिन विशेष: 51 रुपये से शुरु हुआ था गजल सम्राट पंकज उधास का सफर

जन्मदिन विशेष: 51 रुपये से शुरु हुआ था गजल सम्राट पंकज उधास का सफर

अपनी मखमली आवाज़ से दुनिया भर के संगीत प्रेमियों के दिलों पर राज़ करने वाले ग़ज़ल गायक पंकज उधास का आज 66वां जन्मदिन है। पंकज का जन्म 17 मई 1951 गुजरात में राजकोट के पास जैतपुर के एक बीयर बनाने वाले परिवार में हुआ था। वे तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं। उनके पिता का नाम केशूभाई उधास और मां का नाम जीतूबेन उधास है।
इस साल आम होगा खास, पैदावार घटकर एक तिहाई, बढ़ सकते हैं दाम

इस साल आम होगा खास, पैदावार घटकर एक तिहाई, बढ़ सकते हैं दाम

पुरवाई की मार और आंधी के कहर की वजह से इस बार फलों के राजा आम की पैदावार में 65 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आने की आशंका है। लिहाजा इस दफा आम बेहद खास होने जा रहा है और इसका जायका लेने के लिये जेब काफी ढीली करनी पड़ सकती है। मौसमी हालात से बेजार आम उत्पादकों ने सरकार से खुद को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के दायरे में लाने की मांग की है।
जन्‍मदिन विशेष: चोटों से उबर जाते तो नेहरा देश के होते सबसे घातक गेंदबाज

जन्‍मदिन विशेष: चोटों से उबर जाते तो नेहरा देश के होते सबसे घातक गेंदबाज

तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को समय समय पर इंजरी नहीं होती तो वह देश के सबसे घातक गेंदबाज हो सकते थे। उनकी गति और स्विंग को देखते हुए बल्‍लेबाज उन्‍हें हमेशा सतर्क होकर खेलते हैं।
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशेष - मलावी की रंजकहीनता विकास को एक चुनौती

विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशेष - मलावी की रंजकहीनता विकास को एक चुनौती

विश्व स्वास्थ्य संगठन 7 अप्रैल को ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ मनाता है। ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ के मौके पर अगर हम विभिन्न देशों के विकास, रहन-सहन और सेहत पर कोई टिप्पणी करें तो उसमें हमें मलावी की रंजकहीनता पर जरुर कुछ जानने की जरुरत है। कैसे यह देश रंजकहीनता की त्रासदी झेल रहा है। विकास के ढेकेदार आधुनिकता के लाख दावे कर लें पर अभी भी इस जहां में कितने लोग ऐसे हैं जो एक सामान्य जीवन को पाने को तरस रहे हैं। पिछले कई सालों में देश-विदेश हर जगह कई ऐसी बीमारियों के बारे में सुनने को मिला, जिसका नाम हमने पहले कभी नहीं सुना था जैसे इबोला, चिकनगुनिया, बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू आदि। इन बीमारियों ने देश-विदेश हर जगह लोगों के बीच अपना पांव पसार लिया है। इन बीमारियों से ग्रसित लोगों की परेशानियों और मृत्यु दर के आंकड़ों को देखकर यह अनुमान लगाया गया कि ये रोग कितने घातक साबित हो रहे हैं। ऐसी बीमारियों से पीड़ित लोग इनके बारे में पूरी जानकारी न होने के कारण या फिर गलत इलाज होने के कारण अपनी जान गंवा बैठते हैं। ऐसा कहा जाना गलत न होगा कि कुछ देशों की खुशहाली पूरे दुनिया की रौनक नहीं कही जा सकती। आज भी कहीं-कहीं मानव समाज में गरीबी, भूख, कुपोषण का घनघोर अंधेरा व्याप्त है। इसी बानगी में आप मलावी की रंजकहीनता को जानेंगे तो आपको निराशा होगी।
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