भाजपा के सांसद सुब्रमणियम स्वामी टिप्पणी करने से बाज नहीं आएंगे। देश के आर्थिक विशेषज्ञों और राजनीतिक हस्तियों पर वार करने के बाद अब उन्होंने मीडिया पर भी हमला बोला है। स्वामी नेे ट्वीट में कहा है प्रेस्टीट्यूट्स हर रोज जान बूझकर झूठी कहानियां बनाते हैं और यह उम्मीद करते हैं कि मैं उनके उकसावे में आकर जवाब दूंगा।
सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग कांग्रेस पार्टी की शह पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उकसाने में शातिर भूमिका निभा रहे थे और उसी वक्त वह सार्वजनिक रूप से आम आदमी पार्टी नेता का विरोध कर रहे थे।
वित्त मंत्री अरुण जेटली सुब्रमण्यम स्वामी के मसले को लेकर मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकते हैं। स्वामी ने हाल ही में आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन सहित अन्य आर्थिक विशेषज्ञों पर ऊंगलियां उठार्इ थी। उन्होेंने जेटली पर भी प्रहार किया था।
सुब्रमण्यम स्वामी लागातार सरकार के लोगों पर हमले कर रहे हैं। रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन के बाद उन्होंने नए नाम अरविंद सुब्रमण्यम पर भी हमला बोला। जेटली को वह लगातार बोलने के लिए उकसा रहे हैं। यहां तक कि जेटली के जबाव देने पर उन्होंने खून-खराबे तक की बात कह डाली। सभी को इंतजार था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर क्या कदम उठाते हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक के प्रमुख रघुराम राजन पर भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुब्रह्मण्यम स्वामी के हमले अभी थमे भी नहीं हैं कि अब आरएसएस के आर्थिक विचारक माने जाने वाले एस. गुरुमूर्ति ने भी इस मुद्दे पर दखल दे दिया है। यही नहीं एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बाकायदा एक नाम भी इस पद के लिए सुझा दिया है।
सुब्रह्मण्यन स्वामी के लगातार आरोपों से अब भाजपा के भी कुछ नेता परेशान हो गए हैं। उन्होंने मांग की है कि स्वामी को बेकार के बयान देने से रोका जाए। इनकी राय है कि स्वामी के आरोपों से सरकार की छवि को नुकसान पहुंच रहा है। उसके कामकाज पर भी असर पड़ रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं स्वामी को अब पार्टी चुप रहने की हिदायत दे सकती हैं।
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने खुद पर और अपने मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों पर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की ओर से किए गए कथित हमलों की पृष्ठभूमि में अपना चीन दौरा एक दिन घटाते हुए संक्षिप्त कर दिया और स्वदेश लौट आए।
बसपा छोड़कर सुर्खियों में आए स्वामी प्रसाद मौर्य का अगला कदम क्या होगा? इसको लेकर राजनीतिक गुणा-भाग जारी है। स्वयं मौर्य भी अपना पत्ता अभी नहीं खोल रहे हैं। इसके पीछे माना जा रहा है कि मौर्य अपनी ताकत को आजमाना चाहते हैं।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने हाल में पार्टी छोड़ने वाले वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को बसपा और अपने समाज के प्रति गद्दार करार देते हुए कहा कि उनकी गलती की सजा उनके समाज को नहीं दी जाएगी और मौर्य की पार्टी में अब दोबारा कभी वापसी नहीं होगी।